मुंबई। शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस के साझा न्यूनतम कार्यक्रम (सीएमपी) की प्रस्तावना में ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द का उल्लेख होने के बावजूद महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि वे हिन्दुत्व की विचारधारा को कभी नहीं छोड़ेंगे।
शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने विधानसभा में कहा कि हिन्दुत्व की विचारधारा को उनसे अलग नहीं किया जा सकता। उन्होंने विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मैं अभी भी हिंदुत्व की विचारधारा के साथ हूं जिसे मुझसे अलग नहीं किया जा सकता।
ठाकरे ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस पर हिन्दुत्व को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वादे को पूरा करना भी मेरे हिन्दुत्व का हिस्सा है। मैं कल भी हिंदुत्व का पालन कर रहा था, आज भी कर रहा हूं और भविष्य में भी करता रहूंगा।
ठाकरे का यह वार तत्कालीन मुख्यमंत्री फडणवीस द्वारा 24 अक्टूबर के चुनाव परिणाम के बाद ठाकरे के इस दावे को खारिज करने की पृष्ठभूमि में आया है कि भाजपा ने नई राजग सरकार में शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री पद साझा करने का वादा किया था।
शिवसेना और भाजपा ने 21 अक्टूबर का विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था, लेकिन मुख्यमंत्री पद बराबर बराबर अवधि के लिए साझा करने की मांग को लेकर शिवसेना अलग हो गई थीं।
भाजपा ने 288 सदस्यीय विधानसभा में कुल 105 सीटें जीती थीं, वहीं शिवसेना ने 56, राकांपा ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं।
भाजपा और राजग से अलग होने के बाद शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र विकास आघाडी गठबंधन सरकार बनाई जिसमें ठाकरे मुख्यमंत्री हैं। (भाषा)