लखनऊ। ऐसी खबरें हैं कि योगी आदित्यनाथ जल्द ही लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। वर्तमान में योगी गोरखपुर से भाजपा सांसद हैं। वह वहां से लगातार पांच बार सांसद रह चुके हैं।
चूंकि योगी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। अत: उन्हें शपथ लेने के छह महीने के भीतर या तो विधानसभा का चुनाव लड़ना पड़ेगा या फिर विधान परिषद की सदस्यता लेनी होगी। दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी विधायक नहीं हैं, अत: उन्हें भी छह महीने के भीतर सदन की सदस्यता लेनी होगी। केशव फूलपुर से सांसद हैं, जबकि दिनेश शर्मा उपमुख्यमंत्री बनने से पहले लखनऊ के मेयर थे।
खबर यह भी है कि योगी गोरखपुर जिले की किसी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। गोरखपुर ग्रामीण सीट के विधायक विपिन सिंह ने तो योगी के लिए सीट छोड़ने का प्रस्ताव दिया है। गौरतलब है कि गोरखपुर की 9 में से आठ सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी।