योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली इसी के साथ उत्तर प्रदेश में योगी युग की शुरुआत हो गई। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों की अनौपचारिक मीटिंग की। इसके बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश की नई सरकार की प्राथमिकताओं को गिनाया। कल से अब तक योगी ने जो ऐलान किए उसमें से प्रमुख रूप से 10 बिंदू उभरकर सामने आए हैं।
1.उन्होंने कहा कि यहां भ्रष्टाचार, परिवारवाद ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है। हमारी सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने और सबके विकास के लिए काम करेगी।
2. योगी ने अपने सभी मंत्रियों को 15 दिन के भीतर प्रॉपर्टी का पूरा ब्योरा सार्वजनिक करने को कहा गया है। इसी के साथ योगी सरकार ने साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार के मामलों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
3. अपने बयानों से अक्सर विवाद में रहने वाले योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनते ही अपने मंत्रियों को अनाप-शनाप बयान से दूर रहने को कहा है।
4.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
5. योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि खेती को यूपी के विकास का आधार बनाया जाएगा और किसानों की उन्नति सरकार की प्राथमिकता में होगी। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए अलग से योजना बनाकर काम किया जाएगा।
6. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें समान अवसर देगी। महिलाओं की सुरक्षा भी हमारी सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।
7. योगी ने कहा हमारी सरकार समाज के सभी वर्गो के लिए बिना भेदभाव के काम करेगी, इसका रोड मैप तैयार किया जाएगा। हम सबके साथ विकास का वादा करते हैं। हम सबका साथ सबका साथ का अनुकरण करेंगे।
8. उत्तर प्रदेश के विकास के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हमने लोक कल्याण संकल्प पत्र में जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए कृतसंकल्प हैं। हमारी सरकार प्रदेश की लोक कल्याण पहली प्राथमिकता होगी।
9.उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। 15 सालों में उत्तर प्रदेश विकास में काफी पिछड़ गया है। विकास के लिए 100 दिन का प्लान तैयार किया जा रहा है।
10.सत्रहवीं विधानसभा के लिए निर्वाचित भाजपा गठबंधन के सभी 325 विधायकों को संसदीय आचरण के तौर-तरीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए मंत्री सुरेश खन्ना के नेतृत्व में कमेटी गठित की गई है। प्रशिक्षण की तिथियां जल्द घोषित होगी। इसमें संसदीय कार्य के विशेषज्ञ व केंद्रीय नेता भी हिस्सा लेंगे।