उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल प्रभाव से शुक्रवार से वीआईपी कल्चर खत्म करने का आदेश दिया। यह आदेश उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रहार के बाद दिया। हालांकि यह आदेश मुख्यमंत्री ने मोदी के इस फैसले को दस दिन पहले ही उत्तर प्रदेश में लागू कर दिया था। यानी आज से यूपी में लाल और नीली बत्ती लगी गाड़ियां नजर नहीं आएंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार शाम विभागों की प्रजेंटेशन देखने के लिए बैठक बुलाई थी। सीएम योगी ने प्रजेंटेशन तो देखी ही, साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के फैसले पर अमल का फरमान भी जारी कर दिया। सीएम योगी ने पूरे राज्य में 21 अप्रैल से ही लाल और नीली बत्ती के इस्तेमाल पर ब्रेक लगाने का आदेश जारी कर दिया।
मीटिंग में फैसला हुआ कि कोई भी नेता, मंत्री या अधिकारी अपनी गाड़ियों पर लाल और नीली बत्ती नहीं लगाएगा। यानी आज से नेताओं या अधिकारियों की गाड़ियों पर कोई बत्ती नजर नहीं आएगी। अगर आदेश का उल्लंघन किया गया तो ऐसा करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि हूटर बजाने का आदेश पहले ही खत्म किया जा चुका है। हालांकि केंद्र सरकार का फैसला आने के बाद राज्य मंत्री स्वाति सिंह समेत कई मंत्रियों ने अपनी गाड़ी से लाल बत्ती पहले ही उतार दी थी। जबकि अधिकारी बदस्तूर अपनी गाड़ियों पर पहले की तरह नीली बत्ती लगाकर चलते रहे। यही नहीं कई अधिकारियों के बच्चे और परिवार के लोग भी नीली बत्ती लगाकर स्कूल पहुंचते और बाजार घूमते रहे थे।
गौरतलतब है कि मोदी कैबिनेट ने बुधवार को गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने का फैसला लिया था। फैसले के बाद से केंद्रीय मंत्रियों ने तुरंत अपनी गाड़ियों से बत्ती हटानी शुरू कर दी थी। इस फैसले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि ये कल्चर पहले ही खत्म हो जाना चाहिए था। वहीं, ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी का कहना है जो इस नियम का पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।