लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि राज्य में राजनीतिक संरक्षण में अपराध करने की किसी को अनुमति नहीं होगी और अपराध करने वालों को अपराधी ही माना जाएगा।
योगी ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, 'राज्य में हर किसी को पता है कि कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरी है। राजनीतिक संरक्षण में किसी को अपराध की इजाजत नहीं होगी और जो अपराध करेंगे, उन्हें अपराधी ही जाना जाएगा। किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।'
मुख्यमंत्री सपा के नितिन अग्रवाल की ओर से रखे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। बसपा विधायक दल के नेता लालजी वर्मा द्वारा पिछले दो माह में हत्या, बलात्कार, डकैती और लूट की घटनाओं का ब्यौरा पूछने पर योगी ने कहा, 'हमें एक वर्ष दीजिए। आप राजनीतिक वजहों से हो सकता है कि न मानें लेकिन आप और आपका परिवार बदलाव महसूस कर रहा होगा।'
उत्तर से असंतुष्ट बसपा विधायकों ने सदन से वाकआउट किया। सपा विधायक दल के नेता राम गोविन्द चौधरी ने आरोप लगाया कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से अपराध का ग्राफ बढ़ा है। उन्होंने कहा कि जब जन्म के बाद बच्चे को पोलियो हो तो उसका इलाज मुश्किल होता है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में पोलियो नहीं, बल्कि पूरा शरीर बीमारी से ग्रस्त हो गया था और मौजूदा सरकार इसका इलाज करेगी।
चौधरी ने आरोप लगाया कि सरकार के मंत्री सही जवाब नहीं दे रहे हैं। यह कहकर वह सपा सदस्यों के साथ वाकआउट कर गये। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कानून व्यवस्था के मामले में ‘जीरो टालरेंस’ :जरा भी बर्दाश्त नहीं करने: की नीति अपनायी जाएगी।
योगी ने कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी सदस्यों की चिन्ताओं पर कहा, 'सरकार कानून व्यवस्था के मामले में जीरो टालरेंस की नीति का पालन करेगी। किसी के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति को दुरस्त करने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। मथुरा में कल दो आभूषण व्यवसायियों की हत्या और दो अन्य को घायल करने की घटना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक से घटना की जांच को कहा है। (भाषा)