लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर अखिलेश यादव सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट में कथित फिजूलखर्ची के बाद अब जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र, क्रिकेट स्टेडियम तथा हुसैनाबाद क्षेत्र के सौन्दर्यीकरण की ओर टेढ़ी होती नजर आ रही है।
योगी ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि जनता के पैसे की लूट और बर्बादी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कई सौ करोड़ की लागत से लखनऊ में बन रहे जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र तथा हुसैनाबाद क्षेत्र के सौन्दर्यीकरण और लखनऊ के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने आवास राज्यमंत्री सुरेश पासी को जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र तथा हुसैनाबाद क्षेत्र के सौन्दर्यीकरण के संबंध में निरीक्षण कर रिपोर्ट पेश करने को कहा जबकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण कार्यों के बारे में खेलमंत्री चेतन चौहान को जांच करने का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो रेल का कॉमर्शियल ऑपरेशन शीघ्र शुरू किया जाए। सार्वजनिक धन के दुरुपयोग को हर हाल में बचाना होगा और उनकी सरकार इस दिशा में तेजी से काम करेगी। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर भवन उपलब्ध कराए जाएंगे।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर आवास मुहैया कराए जाएं। राज्य सरकार की प्राथमिकता समाज के सभी आय वर्गों, विशेषकर कमजोर आय वर्गों को आर्थिक क्षमतानुसार आवास की सुविधा मुहैया कराना आवास एवं विकास परिषद तथा विकास प्राधिकरणों के माध्यम से अवस्थापना विकास, आवास निर्माण तथा शहरों का सुनियोजित विकास सुनिश्चित किया जाए। (वार्ता)