लखनऊ/बलिया/एटा। पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर राज्य सरकार के एक मंत्री की टिप्प्णी पर खासा विवाद उठ खड़ा हुआ है। दूसरी ओर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना को लेकर हिन्दू युवा वाहिनी और एएमयू छात्र संघ आमने-सामने आ गए जहां पुलिस को बलप्रयोग करना पड़ा, आंसूगैस के गोले छोड़ने पड़े।
जिन्ना पर योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर उनकी अपनी पार्टी में ही आलोचना शुरू हो गई है और उन्हें भाजपा से निकाले जाने तक की मांग उठने लगी हैं।
मौर्य ने मंगलवार को कानपुर में कहा था कि मोहम्मद अली जिन्ना एक महान शख्सियत थे। उन्होंने कहा था कि जिन महापुरुषों ने राष्ट्रनिर्माण में योगदान दिया, यदि उन पर कोई अंगुली उठाता है तो ये गलत बात है। देश के बंटवारे से पहले जिन्ना का योगदान भी इस देश में था।
मौर्य के इस बयान पर उत्तर प्रदेश से भाजपा के राज्य सभा सदस्य हरनाथ सिंह यादव ने आज ट्विटर पर लिखा कि या तो मौर्य अपने बयान के लिए माफी मांगे या फिर उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाए।
अपने इस बयान के एक दिन बाद मौर्य ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्नाव में जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह अभी भी जिन्ना को महापुरूष मानते है तो उन्होंने कहा कि मीडिया बात का बतंगड़ बना रही है।
उधर सांसद यादव ने ट्वीट में कहा, 'देश के तीन टुकड़े करने वाले जघन्य अपराधी मोहम्मद अली जिन्ना को महापुरूष कहने वाले सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य या तो अपना बयान वापस लेकर माफी मांगे अन्यथा तत्काल पार्टी से बाहर निकाले जाएं।'
उधर एएमयू में जिन्ना की तस्वीर होने से नाराज हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को अलीगढ़ में प्रदर्शन किया।
एएमयू छात्र संघ ने हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की मांग की। इस मांग के समर्थन में परिसर के गेट पर एकत्रित हुए एएमयू छात्रों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा किए गए बलप्रयोग में कम से कम छह छात्र घायल हो गए।
एएमयू के प्राक्टर मोहसिन खान ने बताया कि एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी और छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष एम हुसैन जैदी घायलों में शामिल हैं। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बलप्रयोग किया था।
इस बीच पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी को आजीवन सदस्यता देने के मकसद से आयोजित कार्यक्रम को तनाव के कारण रद्द कर दिया गया। वह शाम दिल्ली लौट गए।
हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग कर रहे एएमयू के छात्रों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसूगैस के गोले भी छोड़ने पड़े।
जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि एएमयू छात्रों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बलप्रयोग करना पड़ा।
एएमयू प्राक्टर प्रो मोहसिन खान ने बताया कि वाहिनी के कार्यकर्ताओं का एक गुट दोपहर लगभग दो बजे कुलपति कार्यालय के निकट एकत्रित हुआ।
अलीगढ़ के पुलिस अधीक्षक अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि स्थिति अब काबू में है और ये जांच की जा रही है कि वाहिनी के कार्यकर्ता कैसे परिसर के गेट पर पहुंचे। परिसर के भीतर और बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। स्थिति पूर्णतया सामान्य होने तक गश्त जारी रहेगी।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि राज्य सरकार स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है। पुलिस उप महानिदेशक स्तर के अधिकारी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर हैं। रैपिड एक्शन फोर्स तैनात कर दी गई है और राज्य सरकार किसी को शांति भंग करने की इजाजत नहीं देगी।
प्राक्टर ने बताया कि छह छात्र घायल हुए हैं हालांकि मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधिकारियों ने कहा है कि उन्होंने 20 घायल छात्रों का उपचार किया है। (भाषा)