रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक बच्ची को कुत्तों द्वारा खा लेने की घटना के बाद शासन जागा। सरकार ने सभी नगरीय निकायों को आवारा कुत्तों पर अंकुश लगाने व कुत्ता पालकों को अपने कुत्ते को एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगाने को कहा है। कुत्तों पर अंकुश लगाने के लिए उनका बधियाकरण होगा।
स्वास्थ्य, नगरीय प्रशासन और विकास विभाग के प्रमुख सचिव एमके राउत ने सभी नगर निगम आयुक्तों और मुख्य नगर पालिका अधिकारियों से कहा है कि आवारा कुत्तों के बधियाकरण के लिए पशुपालन विभाग के स्थानीय अधिकारियों से संपर्क कर त्वरित कार्रवाई की जाए। पागल कुत्तों से आम जनता की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाए जाएं।
राउत ने होटल और रेस्टोरेंट मालिकों को सार्वजनिक स्थानों व होटलों के सामने लापरवाही से कचरा न फेंकने के सखत निर्देश देने के लिए कहा है। अब होटलों के सामने डस्टबिन रखना होगा मछली और मटन बेचने वालों को भी इस संबंध में सख्त हिदायत दी जानी चाहिए ताकि उनकी दुकानों के आस-पास आवारा कुत्ते न आ सकें। ऐसी सभी जगहों पर साफ-सफाई का भी बेहतर इंतजाम किया जाए।
राउत ने नगरीय निकाय अधिकारियों से कहा है कि व्यावसायिक क्षेत्रों सहित समस्त रिहायशी इलाकों में साफ-सफाई की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। श्रमिक बस्तियों और श्रमिकों के डेरों के आस-पास भी कचरा जमा होने पर भी कुत्तों की भीड़ आने लगती है। ऐसी बस्तियों में लोगों के बीच साफ-सफाई को लेकर जागरूकता लाने का प्रयास किया जाए और वहां भी नगरीय निकायों द्वारा साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए।
प्रमुख सचिव ने राजधानी रायपुर के आम्बेडकर अस्पताल सहित सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अस्पतालों में एंटीरैबीज वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में रखवाने के भी निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि इसकी व्यवस्था जीवनदीप समितियों की राशि से भी की जा सकती है। सरकारी और निजी क्षेत्र के अस्पतालों के आस-पास भी स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि कुत्ते पालने वाले नागरिकों को भी अपने कुत्तों को काबू में रखना चाहिए। इसके अलावा ऐसे पालतू कुत्तों को समय-समय पर उनके मालिकों द्वारा एंटीरैबीज वैक्सीन लगवा लेना चाहिए।