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बदले की राजनीति देश के लिए घातक-उमा

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हमें फॉलो करें भारतीय जनशक्ति पार्टी उमा भारती
वाराणसी (वार्ता) , गुरुवार, 10 जनवरी 2008 (15:42 IST)
भारतीय जनशक्ति पार्टी (भाजश) की अध्यक्ष और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि बदले की राजनीति देश के लिए घातक है।

काशी विश्वनाथ, काल भैरव और संकटमोचन मंदिरों में पूजा-अर्चना के बाद सुश्री भारती ने कहा कि जिस तरह से उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राजनीति चल रही है और प्रदेश में आग भड़क रही है, इससे न तो देश का भला होगा और न ही समाज का।

उन्होंने कहा कि अध्यक्ष प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायमसिंह यादव को अपनी लड़ाई लोकतांत्रिक तरीके से लड़नी चाहिए हिंसा या जातिवाद का सहारा लेकर नहीं। सुश्री भारती ने कहा कि उत्तरप्रदेश की जनता सपा शासन के दौरान भयग्रस्त थी। बसपा शासन में भय में तो कमी आयी है लेकिन भूख एवं भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुँच गया है।

सपा से निष्कासित इलाहाबाद के बाहुबली फरार सांसद अतीक अहमद के खिलाफ मुख्यमंत्री मायावती के कदमों को उन्होंने उचित ठहराते हुए कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती के हाल में दिए उस बयान, जिसमें उन्होंने अपनी जान के खतरे और अतीक अहमद को कांग्रेस से समर्थन के बारे में कहा अगर इसमें सच्चाई है तो यह कांग्रेस के लिए शर्म की बात है।

मायावती को राष्ट्रीय राजनीति से दूर रहने की सलाह देते हुए सुश्री भारती ने कहा कि लोक सभा चुनाव में बसपा को बहुत कम सीटें मिलेगी।

रामसेतु के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इसे तोड़ने की नींव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ही रखी थी। सितम्बर 2003 में तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने हस्ताक्षर कर रामसेतु तोड़कर (सेतु समुद्रम) बनाने के लिए पहल की थी और भाजपा आज उसे बचाने की बात कर रही है।

भाजपा में वापस जाने के बारे में सुश्री भारती ने कहा कि वह पार्टी बिन पेंदे का लोटा है और आर्थिक, राष्ट्रीय सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर भी एक मत नहीं हैं ऐसे में उनके भाजपा से नजदीकी बढाने का कोई विचार नहीं है।

उन्होंने कहा कि भाजपा को अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए। हिन्दूवादी होने का सिर्फ दिखावा नहीं चलेगा। गुजरात की जीत पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व नहीं करते यह सिर्फ कांग्रेस के प्रयोग से प्रचारित हो गया कि मोदी कट्टर हिंन्दूवादी हैं।

उन्होंने कहा कि गुजरात में भाजपा की जीत नहीं बल्कि कांग्रेस की हार हुई1 गुजरात में मोदी की जीत का रास्ता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने खोल दिया था।

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