रेप के आरोपी DIG का पोलीग्राफ टेस्ट से इंकार
मुंबई , रविवार, 3 अगस्त 2014 (18:43 IST)
मुंबई। मॉडल सहअभिनेत्री से बलात्कार एवं छेड़छाड़ का आरोप झेल रहे महाराष्ट्र के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुनील पारस्कर ने पोलीग्राफ परीक्षण करवाने से इंकार कर दिया है जबकि पीड़िता ने इस वैज्ञानिक परीक्षण का सामना करने पर सहमति जताई है।इस परीक्षण करवाने के लिए संबद्ध व्यक्ति या व्यक्तियों की सहमति जरूरी होती है, लिहाजा पुलिस ने पारस्कर और पीड़िता दोनों से सहमति हासिल करने के लिए लिखा था। इस परीक्षण को आमतौर पर झूठ पकड़ने वाला परीक्षण माना जाता है।पारस्कर के वकील रिजवान मर्चेन्ट ने कहा कि मेरे मुवक्किल ने पोलीग्राफ टेस्ट करवाने से इंकार कर दिया है। हमने अपना जवाब (पुलिस को) लिखित में दे दिया है। पुलिस इस बात पर कायम है कि डीआईजी स्तर के अधिकारी और माडल उनके बयानों को दर्ज करने के दौरान उनसे किये गये कुछ सवालों पर ठीक से जवाब नहीं दे पा रहे हैं। लिहाजा, जांचकर्ताओं ने दोनों का पोलीग्राफ टेस्ट करवाने की पहल की।पच्चीस वर्षीय पीड़िता ने कहा कि वह झूठ पकड़ने वाली मशीन का सामना करने को तैयार है। उसने यह जानना चाहा है कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इसके लिए क्यों नहीं तैयार है। उसने कहा कि मैंने पोलीग्राफ परीक्षण करवाने पर सहमति जताने के लिए अभी (कागजातों पर) हस्ताक्षर किए हैं। उधर, डीएसपी राकेश नायक ने मीडिया से कहा कि आरोपी पीयूष बार-बार आत्महत्या की धमकी दे रहा था। इसलिए उन्होंने उसे समझाने के इरादे से उसके साथ नरम बर्ताव किया। उन्होंने कहा कि इसके पीछे उनका किसी अपराधी को संरक्षण देने या हमदर्दी दिखाने का मकसद नहीं था। गौरतलब है कि हत्यारोपी पीयूष को कल पुलिस ने एक दिन की रिमांड पर लिया था और स्वरूप नगर थाने में उससे पूछताछ की जा रही थी। तभी नायक ने उसका माथा मीडिया के सामने चूम लिया था। (भाषा)