Festival Posters

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

अरेंज मैरिज करने से पहले पार्टनर के बारे में जान लें ये बातें वरना हो जाएगी सोनम और राजा रघुवंशी जैसी हालत

Advertiesment
हमें फॉलो करें relationship tips

WD Feature Desk

, मंगलवार, 10 जून 2025 (18:41 IST)
questions before marriage: हाल ही में मीडियाई सुर्खियां बना इंदौर का सनसनीखेज मामला, जहां राजा रघुवंशी की हत्या, पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी की साजिश के चलते हुए हुई है, ये दावा किया जा रहा है। शादी, हनीमून और फिर हत्या… यह घटना समाज को झकझोरने वाली है। यह घटना सिर्फ क्राइम की कहानी नहीं, बल्कि एक गहरी चेतावनी भी है। अरेंज मैरिज से पहले जब तक पार्टनर को पूरी तरह नहीं पहचानते, तब तक रिश्ते की नींव कमजोर होती है। सिर्फ घरवाले, जात-पात और कागजों पर सामंजस्य देखकर शादी करना कभी-कभी मुश्किलों की ओर रास्ता खोल देता है। इसलिए आज हम ऐसे 5 बेहद जरूरी पहलुओं पर चर्चा करेंगे, जो अरेंज मैरिज करने से पहले ध्यान में रखे जाने चाहिए।
 
1. एक-दूसरे के विचारों को पहचानें 
शादी सिर्फ दो व्यक्तियों का मेल नहीं, दो विचारों और दो भविष्य की दृष्टियों का संगम है। पहलव बनाने से पहले यह समझना जरूरी है कि क्या आप दोनों मूल्यों, जीवन के लक्ष्य, धार्मिक मान्यताओं और परिवार के प्रति जिम्मेदारियों जैसे अहम पहलुओं को समान रूप से साझा करते हैं। USA आधारित डेटिंग रिसर्च कहती है कि शुरू में साझा वैल्यूज समझना भविष्य की चुनौतियों से निपटने में बेहद मदद करता है।
 
2. साझेदारी का रिश्ता
अरेंज मैरिज में रिश्ता सिर्फ दो लोगों में नहीं बल्कि दो परिवारों में मैरिट होता है। क्या परिवार की आर्थिक स्थिति और जीवनशैली मेल खाती है? क्या पारिवारिक खटपट या अतीत में कोई विवाद है? पार्टनर के साथ-साथ उनके पारिवारिक इतिहास को समझना, पुरानी एक्स-रिश्तों या विवादों को जानना जरूरी है। ऐसा करने से अचानक विद्रोह और तनाव टला जा सकता है।
 
3. ओपन कम्युनिकेशन 
अरेंज मैरिज में अक्सर सीधे संवाद नहीं होता, पर यही संवाद रिश्ते की नींव है। क्या आप दोनों अपने विचार खुलकर बोल पाते हैं? क्या पार्टनर आपकी बात को सम्मान से सुनता है? क्या कोई मुद्दा आने पर आप दोनों उसे बिना टकराव के सुलझा सकते हैं? मैरेज काउंसलर की अक्सर यह सलाह रहती है कि  इमानदारी और खुली बातचीत लंबे समय के साथ रिश्ते को मजबूत बनाती है।
 
4. डेली लाइफ हैबिट्स और इमोशनल स्टेबिलिटी
आरेंज मैरिज में आपको पार्टनर की आदतों का पता शादी के बाद चलता है और कई बार यह झटके ला देता है। क्या पार्टनर प्रतिदिन की डेली रूटीन और आदतों में सामंजस्य है? क्या पार्टनर इमोशनली स्टेबल है, या छोटी बातों पर बिगड़ जाता है? क्या वो स्ट्रेस में स्वस्थ बातचीत करता है या चुप हो जाता है?भारत में हुए कई मामलों से साबित हो चुका है कि अगर ये बुनियादी चीज़ें ट्यूंड नहीं होतीं जैसे सोनम-राज मामला तो रिश्ते में गहरी दरारें आ सकती हैं।
 
5. इमोशनल मजबूती
शादी सिर्फ शादी नहीं, एक पूरी जर्नी शुरू होती है। पार्टनर के लाइफ प्लान जानिए करियर, एंबिशन, बच्चा, लाइफस्टाइल। क्या आप दोनों फाइनैंशल और इमोशनल रूप से मुश्किल समय का सामना कर सकते हैं? अगर किसी को रास्ता समझ नहीं आता, तो क्या वह मदद मांग सकता है या संबंध तोड़ सकता है यह समझना अहम है। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

पापा मेरी जान हरदम रखना अब सर पर ये हाथ तुम... फादर्स डे पर समर्पित पिता पर 10 लाइन