भारत समेत दक्षिण एशिया में महिलाओं के 'कौमार्य' को बहुत अहमियत दी जाती है। यहां सेक्स को लेकर खुलापन भी नहीं है, न ही इस विषय पर ज्यादा चर्चा होती है। हालांकि चोरी-छिपे सेक्स से जुड़ी सामग्री काफी देखी और पढ़ी जाती है।
...लेकिन, यदि पश्चिमी देशों की बात करें तो वे इस मामले में काफी उदार हैं। वे अपने संबंधों को खुले मन से स्वीकारते भी हैं, तो अपनी सेक्स लाइफ के बारे में चर्चा करने में उन्हें किसी तरह की हिचक भी नहीं होती।
मामला जब पहली बार सेक्स का होता है तो चाहे मर्द हो या औरत उत्सुकता कुछ ज्यादा ही होती है। भारत में महिलाएं जब शादी के बाद मायके जाती हैं तो अपनी सखियों से अपनी 'सुहागरात' या पहले सेक्स के बारे में इठलाते, शर्माते हुए थोड़ी बहुत चर्चा जरूर करती हैं।
लेकिन, यहां हम ऐसी महिलाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने सेक्स अनुभव साझा किए हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही चुनिंदा महिलाओं की कहानी, जो बता रही हैं अपने पहले सेक्स के अनुभव बहुत ही रोचक अंदाज में...
16 की उम्र में जब पहली बार सेक्स किया... पढ़ें अगले पेज पर....
हालांकि इस महिला ने अपना नाम सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन इसका कहना है कि मैंने पहली बार तब सेक्स किया था जब मेरी उम्र 16 वर्ष थी और बॉयफ्रेंड के साथ मेरा संबंध 8 महीनों से चल रहा था। वह मेरा पहला प्यार था।
तीस दिसंबर का दिन था और मुझे पता था कि नए वर्ष की संध्या बहुत अच्छी होने वाली थी। इसके लिए हम कुछ समय से तैयारी भी कर रहे थे और आखिर में रात में यह हो ही गया। मेरे बेडरूम की सीलिंग में नीले रंग के बल्व लगे थे। वह भी मेरी तरह वर्जिन था। नीचे हमारे मित्र पी रहे थे और मैं एक पार्टी हाउस में अपने मित्र के साथ सेक्स में रत थी।
पहली ही बार में मुझे चरम सुख का अहसास हो गया था। हालांकि उसे थोड़ा सा दर्द हो रहा था, लेकिन मुझे कोई दर्द नहीं था। मैंने हमेशा ही सुना है कि पहली बार करने पर खून निकलता है, लेकिन मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। यह एक आश्चर्यजनक अनुभव था। उसके ग्रेजुएट होने तक, करीब दो साल पांच माह तक हमारा साथ बना रहा। जब हम अलग हुए थे तो मेरा दिल टूट गया। मेरे पति को छोड़कर वही एक ऐसा व्यक्ति है, जिसके साथ सच्चे और पूरे सेक्स का सुख उठाया है।
मुझे तो सेक्स से ही घृणा हो गई... पढ़ें अगले पेज पर...
टोरंटो की एक 32 वर्षीय महिला ने कहा कि जिसके साथ उसने पहली बार यौन संबंध बनाए या यूं कहें की अपना कौमार्य खोया वह एक शादीशुदा आदमी था और उससे उम्र में तीन वर्ष अधिक बड़ा भी था। महिला का कहना था कि इसके बाद तो मुझे ऐसे अनुभव से घृणा हो गई।
महिला ने कहा- मैं चाहती थी कि एक बार यह भी करके देख लिया जाए और जब तक मैंने सेक्स नहीं किया था तब तो सब कुछ ठीक था। पहली बार सेक्स करते समय मैं बस इतना ही सोच सकी- 'हे भगवान, कितनी खुशकिस्मती की बात है कि मुझे फिर कभी ऐसा नहीं करना पड़ेगा।' उनका यह भी कहना था कि इसमें कोई भी तकलीफ नहीं हुई, लेकिन इसमें कुछ अच्छा भी नहीं था।
सेक्स से पहले मैं बहुत घबराई हुई थी... पढ़ें अगले पेज पर...
कोलंबिया 25 वषींय महिला का कहना है कि मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स करना चाहती थी, मगर अपना रहस्य उजागर होते नहीं देखना चाहती थी। एक दिन ऐसा हुआ कि हम ड्रिंक्स कर रहे थे, बाद में बिस्तर पर गए और हमने यौन संबंध बना ही लिए। कोई खून भी नहीं निकला। इसका कारण यह था कि मैं हस्तमैथुन करती थी, लेकिन उसने इस बात पर गौर नहीं किया कि मैं पहली बार सेक्स कर रही थी।
मैं घबराई हुई थी और मैं उसे विश्वास दिलाना चाहती थी कि वह एक सामान्य महिला से सेक्स कर रहा है। इसलिए तब मैंने इसका पर्याप्त सुख नहीं लिया।
पर अब मैं कह सकती हूं कि बहुत स्वस्थ सेक्स जीवन जी रही हूं। सेक्स करने पर मुझे शर्मिंदगी नहीं होती और मुझे अपने शरीर से भी कोई शिकायत नहीं है। इसका यह अर्थ नहीं है कि अपने आपको पसंद करने के लिए मुझे एक आदमी की स्वीकृति की जरूरत थी, लेकिन बहुत सक्रिय सेक्स जीवन के बाद मैंने महसूस किया एक महिला का शरीर किस हद तक सुख प्राप्त कर सकता है।
15 साल की उम्र में भंग हुआ कौमार्य... पढ़ें अगले पेज पर....
अमेरिका के एक शहर ऊता की अठारह वर्षीय युवती का अनुभव कुछ इस प्रकार का था। तब मैं 15 वर्ष की थी और वह करीब 19 वर्ष का रहा होगा। हमने इस मामले पर कोई बात नहीं की थी कि हममें से किसी ने पहले इसे आजमा लिया है। ...लेकिन यह निश्चित था कि मैंने पहले कभी सेक्स नहीं किया था और मेरा ऐसा मानना है कि शायद उसने भी पहले इस तरह का कोई अनुभव नहीं लिया था।
हालांकि इससे पहले मैंने ऑरल सेक्स का अनुभव लिया था, लेकिन किसी से प्रत्यक्ष यौन संबंध नहीं बनाए थे। ऐसे ही कुछ कामों के बाद मैंने सोचा था कि सेक्स करना कोई बड़ी बात नहीं है। क्या यह बात सही है? नहीं। क्योंकि जब हम सेक्स कर रहे थे तो एक दूसरे से नजरें मिलाने पर हम शर्मिंदा अनुभव कर रहे थे और जो भी कर रहे थे वह विचित्र-सा लगा। मुझे इसमें कोई तकलीफ नहीं हुई, लेकिन यह अच्छा नहीं लगा।
मैं इस अनुभव के दौरान किसी भी तरह से उत्तेजित नहीं हो सकी थी। मैं इस पर गंभीरतापूर्वक सोचती रही कि यह तो सेक्स से हटकर कोई बात थी। इसके बाद हमने इस पर घंटों बात की, लेकिन इसके बाद मेरी भी सेक्स करने की इच्छा होने लगी और इसके बाद जो सेक्स किया वह बहुत ही आनंददायक था।
ट्रैम्पोलाइन पर मिला पहला सेक्स अनुभव... पढ़ें अगले पेज पर...
वर्जीनिया की एक महिला का कहना था कि उसने अपना कौमार्य एक ट्रैम्पोलाइन पर खोया। ट्रैम्पोलाइन वह मजबूत और सख्त कैनवास होता है, जिसे स्प्रिंग के सहारे किसी फ्रेम से लटका दिया जाता है। यह आमतौर पर उन जिम्नास्टों या नटों के काम आता है जो कि बहुत ऊंचे स्थान पर झूलों पर अन्य ही उपकरणों पर चढ़कर तमाशा दिखाते हैं। गलती होने पर ये लोग नीचे लगी ट्रैम्पोलाइन पर गिर जाते हैं और उन्हें कोई चोट नहीं लगती है।
यह महिला कहती है कि सारी सहेलियां अपना कौमार्य मुझसे पहले खो चुकी थीं, लेकिन मैंने तय किया था कि मैं सोलह की होने पर ही इसे खो देना पसंद करूंगी। जब सोलह की हो गई तो मैं जिन और जूस पार्टियों में जाने लगी।
एक पार्टी में मेरी नजर सबसे हॉट युवा पर पड़ी और उसके साथ कुछ देर के लिए ट्रैम्पोलाइन पर लेट गई और शुरू हो गया मेरा पहला सेक्स अनुभव। हालांकि इस स्थिति में कोई जादुई बात नहीं थी, लेकिन यह बताना एक बड़ी चर्चा का विषय हो जाता है कि मैंने सबसे पहला सेक्स एक ट्रैम्पोलाइन पर किया।
वाकई अद्भुत था पहले सेक्स का अनुभव... पढ़ें अगले पेज पर...
हम अभी भी प्यार करते हैं। सेंट पॉल से एक युवक का कहना है कि जब मैंने एक महिला से पहली बार प्यार किया था तब वसंत की दोपहरी थी। हम कुछ समय पहले ही बॉटेनिक पार्क से आए थे और रास्ते भर एक दूसरे का हाथ पकड़े रहे थे।
उस समय बेडरूम की खिड़की से सूरज नजर आ रहा था तब हमने एक रजाई में घुसकर सेक्स किया था। यह बड़ा ही सौम्य, स्नेहपूर्ण अनुभव था और हम अब भी एक दूसरे को प्यार करते हैं।
क्रिसमस की रात और बॉयफ्रेंड का संदेश, बस... पढ़ें अगले पेज पर...
उसने नेट पर अनुरोध किया था। इलिनॉयस की 53 वर्षीय महिला का कहना है कि उस समय मैं 15 वर्ष की थी। क्रिसमस की रात थी। बेसमेंट का फ्लोर था और 17 वर्षीय पार्टनर बॉयफ्रेंड था जो कि कुछेक महीनों से मेरे साथ था।
यह उसका भी पहली बार का अनुभव था। उसने मुझे संदेश भेजा था और मैं पहुंच गई थी। आज मैं 53 वर्ष की हूं और मेरी दूसरी शादी को 26 वर्ष हो चुके हैं।
सेक्स के लिहाज से हम दोनों ही अनाड़ी थे.... पढ़ें अगले पेज पर...
सेक्स करने के बाद हम कार से निकले और दोनों ही अलग-अलग रास्तों पर चले गए। यह कहना है क्रोएशिया की एक 25 वर्षीया महिला का, जिसने पहली बार सेक्स अपनी ही कक्षा के सहपाठी से किया था। उसे वह बचपन से प्यार करती थी।
इस महिला की उम्र 18 वर्ष की थी। मैंने उससे पूछा कि अगर इस दौरान कोई गड़बड़ हो गई तो हम क्या करेंगे? अगले दिन हम मिले और यह उसका भी पहला अवसर था, लेकिन सेक्स के दौरान कोई तकलीफ या असुविधा नहीं हुई लेकिन इसके बाद जो हुआ वह निश्चित तौर पर विचित्र था। हम अपनी कार से उतरे और अपने अपने रास्तों पर चले गए।
मैंने उससे कहा कि स्कूल में सोमवार को मिलेंगे। इसके बाद मामला खत्म हो गया। हम कभी डेट पर नहीं गए लेकिन अगले तीन वर्षों तक हम मिलते रहे। मैं किसी और के साथ डेट पर नहीं गई। वह मेरा पहला प्यार था और इसको लेकर मुझे एक क्षण के लिए भी अफसोस नहीं होता है। लेकिन दुख का विषय यह है कि हम दोस्त भी नहीं हैं। मैंने एक अरसे से उसे नहीं देखा है, लेकिन मेरी यादें बहुत अच्छी हैं और मैं उसे प्यार करती हूं।
पहले सोचा सेक्स करें या नहीं, मगर सब कुछ हो गया... पढ़ें अगले पेज पर....
हालांकि इस महिला ने अपने बारे में कोई निजी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है। पर उनका कहना था कि जिस रात उन्होंने अपना कौमार्य खोया वह सबसे ज्यादा अनरोमांटिक रात थी। हम दोनों ही सत्रह वर्ष के थे। मेरी मां मुझे उसके घर पर लेकर गई थीं। उसके माता-पिता शहर में नहीं थे और इस बात की जानकारी मेरी मां को नहीं थी। चीजें अपने आप होती गईं और एकाएक ऐसी स्थिति पैदा हो गई कि बेडरूम में संगीत बज रहा था और हम दोनों लोग मौजूद थे। हम यह सोचने लगे कि सेक्स करें या नहीं करें, और अंत में हमने कर ही लिया।
हम बात कर ही रहे थे कि दरवाजे की घंटी बजी, लेकिन यह एक बार नहीं वरन लगातार बजती गई। घंटी सुनकर मेरा पहला विचार था, 'हे भगवान, मां आ गई है।' जल्दबाजी में हम अपने अपने कपड़े तलाशने लगे। उसने अपने कपड़े पहले खोज लिए और वह दरवाजा खोलने के लिए आया कि कौन आया है। यह उसके दोस्तों का एक गुट था जो कि बोलिंग देखने के लिए हमें बुलाने आया था। इन्हें विदा कर हम फिर सेक्स में लग गए और इसे पूरा किया तभी फिर एक दरवाजे की घंटी बजी। इस बार यह तय हुआ कि कुछ मित्र मुझे घर छोड़ने के लिए आने वाले थे।
ऐसा लगता है कि यहां आने से पहले ये लोग नशा करके आए थे और आपस में हंसी-मजाक करते हुए किचन में चले गए। इसके बाद उनकी नजर कचरे में पड़े कंडोम के रैपर पड़ी और इसके बाद तो और भी हंस-मजाक का दौर चला। यह उतनी अनरोमांटिक रात थी जिसकी आप मात्र कल्पना कर सकते हैं।
मुझे तो पता ही नहीं और सेक्स पूरा हो गया... पढ़ें अगले पेज पर...
लॉस एंजिल्स की एक बाइस वर्षीया महिला का कहना है कि यह पहली बार का वाकया ऐसा है जो किसी भी मां के लिए अपनी बेटी को लेकर सोचना एक दुखद सपना हो सकता है। मेरी उम्र सोलह वर्ष में दो माह कम थी। दो बजे दोपहर का समय था मुझे फोन आया था। मैं अपने साथी के कमरे में घुस गई।
मुझे याद है कि जब हम सेक्स कर रहे थे तो उसने मुझसे पूछा कि क्या तुम ही हो, मैंने कहा कि हां मैं ही हूं। किसी के भारी सांस लेने के बाद मैंने कुछ महसूस किया। कोई दर्द नहीं, लेकिन अनिश्चतता। इसके बाद मैंने उससे ऐसी बात पूछ डाली जो कोई महिला किसी पुरुष से नहीं पूछती है।
मैंने यह महसूस भी नहीं किया कि यह कब खत्म हो गया। मैं तुरंत घर भागी और चुपचाप दबे पांव घर में घुस गई। जब कभी सेक्स की बात आती है तो यह बात मेरे दिमाग में आ जाती है।
...और हम फर्श पर ही शुरू हो गए... पढ़ें अगले पेज पर...
वर्जीनिया से एक महिला का कहना है कि मैं अपनी आंखों को इतनी जोर से दबा रही थी कि दोनों आंखों के कॉन्टेक्ट लेंस बाहर आ गिरे। वे कहती हैं कि मैं हाई स्कूल में थी और मेरी मां और बहन बाहर गई थीं।
हमने लिविंग रूम के बीचोबीच फर्श पर सेक्स शुरू किया और मैं अपनी आंखों को इतनी जोर से मसलने लगी कि मेरे दोनों की कॉंटेक्ट लेंस बाहर आ गए। इन्होंने अपनी उम्र नहीं बताई।
मैं शर्मिंदा थी कि इतनी देर से मेरा कौमार्य भंग हुआ... पढ़ें अगले पेज पर...
मेरा कौमार्य भंग देरी से 24 वर्ष की आयु में हुआ था। मैं एक आदमी के साथ डेट पर जा रही थी, लेकिन उसे नहीं पता था कि मैंने पहले सेक्स ही नहीं किया था। जब भी हम तय करते कि अब करना है, मैं डर के कारण बहाना बना देती क्योंकि मुझे डर था कि सेक्स के दौरान खून निकल सकता है और उसे पता लग सकता है कि मैं अक्षत यौवना हूं।
मैं इसे शर्मिंदगी का कारण मानती थी क्योंकि उस उम्र तक कुंआरी रहना बुरी बात थी। अब तक मैं कई कारणों से सेक्स नहीं कर सकी थी।