Biodata Maker

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

अधिक समय तक जीते हैं चुंबन करने वाले

Advertiesment
हमें फॉलो करें चुंबन

डॉ. अनिल भदौरिया

जानकारों का मानना है कि एक चुंबन प्रेम, जोश, एक दूसरे के प्रति सम्मान, खुशआमदीद, दोस्ती और शांति जैसी भावनाएं जाग्रत करता है। ऐसा नहीं है कि ये भावनाएं केवल पुरुष में ही उत्पन्न होती हैं, महिलाएं भी चुंबन के बाद इसी तरह की भावनाओं का इजहार करती हैं।

 
FILE


कुछ सभ्यताओं में चुंबन को सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। प्रेम के इस अनन्यतम इजहार के बारे में सभी ने कसीदे पढ़े हैं लेकिन कोई यह नहीं कह पाया है कि चुंबन से एक दूसरे को बीमारियों का आदान प्रदान भी होता है। खैर, प्रेम की इतनी उत्कट भावना को प्रकट करते समय किसी चेतावनी को मानने का समय ही कहां बचता है।

 

आदिकाल से है चुंबन


आदिकाल से है चुंबन

इंसान चुंबन करना कोई आजकल में ही नहीं सीखा है। आदिकाल से सभी सभ्यताओं में प्रेम की अभिव्यक्ति का सबसे सफल माध्यम चुंबन ही रहा है। कुछ इतिहासकार मानते हैं कि चुंबन की शुरुआत रोमनों से शुरु हुई जहां पति यह जांचने के लिए अपनी बेगमों को चूमते थे कि कहीं वे उसकी अनुपस्थिति में शराब तो नहीं पी रही थीं।

FILE


यानी बेगमों को इतनी आजादी भी नहीं थी कि वे पति की अनुपस्थिति में शराबनोशी भी कर सकें। इस दिलचस्प इतिहास को पीछे छोड़ते हुए जब हम प्रागैतिहासिक काल में पहुंचते हैं तो यह पाते हैं कि पुरुष या महिला अपने होने वाले पार्टनर के स्वास्थ्य की स्थिति चुंबन से हासिल लार से जानने के लिए चुंबन करते थे।

चुंबन से बढ़ती है इम्युनिटी


FILE


चुंबन से बढ़ती है इम्युनिटी

चिकित्सा विज्ञानियों का मानना है कि चुंबन के दौरान जब दोनों की जीभ एक दूसरे से टकराती है तो मुंह में एक के बाद एक कई प्रक्रियाएं सक्रिय हो जाती हैं। इससे रोग निरोधक शक्ति को बढ़ावा मिलता है। मुंह में एक्स्ट्रा सलाइवा रह जाता है वह दांतों में जमे प्लॉक को तोड़कर हटाने में सहायक होता है।

अधिक समय तक जीते हैं चुंबन करने वाले


अधिक समय तक जीते हैं चुंबन करने वाले

हाल ही में आए एक शोध अध्ययन से मालूम हुआ है कि जो कपल हर दिन सुह एक दूसरे का चुंबन लेते हैं वे दूसरों की तुलना में पांच साल तक अधिक जीते हैं। प्रेम के आवेग में लिए गए चुंबन से तनाव घट जाता है, कॉर्टीसॉल स्ट्रेस हारमोन कम हो जाते हैं। चेहरे की मांसपेशियां ढीली नहीं पड़तीं और गाल लटकने की समस्या खड़ी ही नहीं होती।

FILE


चुंबन हार्ट की सेहत के लिए भी अच्छा है क्योंकि चुंबन दिल की धड़कनों की गति बढ़ा देता है, इससे पूरे शरीर में खून का संचार तेज हो जाता है। चुंबन के दौरान प्राकृतिक एंटिबायोटिक्स का स्राव शरीर में अपने आप बढ़ जाता है। चुंबन के बाद शरीर में रह गए थूक में इस तरह का एक एंटीसेप्टिक रसायन भी मौजूद रहता है जो पीड़ा और दर्द को कम करने में मददगार साबित होता है। इसीलिए कहा है कि अच्छे और रसीले चुंबन से उत्पन्न एंडोर्फिन हारमोन मॉर्फीन नामक तेज दर्द निवारक से भी ताकतवर होते हैं।

चुंबन कैसा हो? गीला या सूखा


चुंबन कैसा हो? गीला या सूखा


कपल्स की चुंबन को लेकर अलग-अलग राय है। कपल्स भी कई बार एक मत नहीं होते। महिला चाहती है कि वह सूखे चुंबन से संतुष्ट है जबकि पुरुष गीला चुंबन चाहता है। जाहिर है कि इन दोनों के बीच जब भी चुंबन की स्थिति बनेगी वह एक किस्म के तनाव को जन्म देगी। कई कपल गीला चुबंन तो चाहते हैं लेकिन जीभों का आपस में संघर्ष करना उन्हें ठीक नहीं लगता है।

FILE


अतः जिस पर दोनों सहमत हों वही चुंबन इच्छित फायदों तक पहुंचा सकेगा। कुछ महिलाएं खासकर भारतीय परिवेश में चुंबन को गैर जरूरी मानती हैं। उनकी नजर में सेक्स से चुंबन का कोई लेना देना नहीं होता तो फिर क्यों खामख्वाह चुंबन करें। कपल्स अंततः उसी नतीजे पर आकर रुकें जिसमें दोनों पार्टनर सहमत हों,फिर चुंबन सूखा रहे तो रहे उससे क्या फर्क पड़ता है?

हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
Share this Story:

वेबदुनिया पर पढ़ें

समाचार बॉलीवुड ज्योतिष लाइफ स्‍टाइल धर्म-संसार महाभारत के किस्से रामायण की कहानियां रोचक और रोमांचक

Follow Webdunia Hindi