2010 के तरुण क्रांति पुरस्कार के प्रस्ताव आमंत्रित
क्रांतिकारी राष्ट्र संत मुनिश्री तरुण सागर के आशीर्वाद से तरुण क्रांति पुरस्कार की स्थापना की गई है। राष्ट्रीय महत्व का यह पुरस्कार मुनिश्री के चातुर्मास के दौरान देश के गणमान्य अतिथियों तथा हजारों भक्तों की मौजूदगी में दिया जाएगा। उनके मार्गदर्शन में राष्ट्र और समाजहित में उल्लेखनीय कार्य कर करने वाले चार हस्तियों को प्रतिवर्ष तरुण क्रांति पुरस्कार दिए जाएँगे। इसके लिए तरुण अवार्ड काउंसिल गठित की गई है। इसकी जिम्मेदारी लेखक और कार्पोरेटर ट्रेनर डॉ. उज्ज्वल पाटनी को सौंपी गई है। पुरष्कार की घोषणा प्रदेश के संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निवास पर राष्ट्रसंत ने की। यह पुरस्कार मुनिश्री के छत्तीसगढ़ प्रवास को सदैव यादगार बनाए रखेगा। पुरस्कार विजेता को 51 हजार रुपए नगद, विशेष ट्रॉफी और प्रशस्त्रि पत्र दिया जाएगा। समारोह में क्रांतिकारी राष्ट्रसंत मुनि तरुण सागर अवार्ड देंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पाटनी ने बताया कि वर्ष 2010 के प्रथम तरुण क्रांति पुरस्कार के लिए जो प्रस्ताव आमंत्रित हैं, वह है शाकाहार व जीव दया, महिला उत्थान एवं सशक्तिकरण, कला एवं संगीत है। उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के लोगों को इस विषय पर अपना प्रस्ताव बायोडाटा के साथ भेजने को कहा है।