अपने कड़वे प्रवचन के लिए विश्वभर में मशहूर दिगंबर जैन मुनिश्री तरुण सागर महाराज को 20 दिन पहले पीलिया हुआ था। इन दिनों मुनि तरुण सागरजी दिल्ली में चातुर्मास कर रहे है और वहीं पर पीलिया होने से उनकी तबीयत नाजुक है। मुनिश्री की देखरेख करने वाले ब्रह्मचारी सतीश के अनुसार, औषधियां देने के बाद भी उनकी सेहत में सुधार नहीं हो रहा है। मुनिश्री का जो इलाज चल रहा था, उसे भी बंद कर दिया गया है।
मुनिश्री ने अपना इलाज बंद कर चातुर्मास स्थल पर जाने का निर्णय लिया है। एक दैनिक अखबार में छपी खबर के अनुसार, उन्हें देखने पांच जैन संत दिल्ली पहुंच रहे हैं, इनमें सौभाग्य सागर महाराज शामिल हैं।
उधर, मुनि तरुण सागर के गुरु आचार्य पुष्पदंत सागर महाराज जी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि तरुण सागर की हालत गंभीर है। मैंने सौरभ सागर व अरुण सागर से कहा है कि वे दिल्ली पहुंचें और उनकी समाधि में सहयोग करें। अपने संदेश में पुष्पदंत सागर जी ने कहा कि 'तरुण सागर महाराज कोई संप्रदाय नहीं है, वे किसी के नहीं, बल्कि सबके हैं, इसलिए उन पर अधिकार न जमाएं। अधिकार और अहंकार छोड़कर उनके लिए दुआएं करें, तो वह काफी है।'
'जब भी उनकी समाधि की सूचना मिले, तो आप किसी भी अहंकार के भाव को लेकर वहां न जाएं, बल्कि समभाव से जाएं। तरुण सागर महाराज सबके हैं, उनके लिए सच्चे दिल से संत समाज, आमजन दुआएं करें। मुझे आशा है कि आप मेरी बात मानेंगे।'
आचार्य पुष्पदंत महाराज ने मुनि तरुण सागर को समाधि मरण की स्वीकृति दे दी है। इस समयावधि में मुनिश्री आहार-जल कुछ भी ग्रहण नहीं करेंगे। मुनि तरुण सागर महाराज ने जो खाद्य वस्तुओं का सेवन त्यागा है, वह संल्लेखना के तहत ही आता है। सभी लोग उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
मुनिश्री ने मृत्युपर्यंत अन्न-जल का त्याग कर दिया है। दिल्ली में कई जैन संत उनकी समाधि (मृत्यु महोत्सव) कराने उनके पास पहुंच रहे हैं। वहीं गुरु पुष्पदंत सागर महाराज ने वीडियो मैसेज जारी कर तरुण सागर के लिए प्रार्थना करने और समाधि महोत्सव मनाने की अपील की है।