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इस्कान मंदिर पर रहस्य के साए

- कमलेश त्रिपाठी

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बाबाओं के ग्रह नक्षत्र आजकल ठीक नहीं चल रहे हैं। ताजा मामला कानपुर के बिठूर में बने इस्कान मंदिर के मठाधीश श्रेष्ठादास से जुड़ा है। वह फिलहाल गायब हैं। मंदिर के सूत्र बताते हैं कि वह एक मुकदमे के सिलसिले में अमेरिका गए हैं। मंदिर में सभी को यही बताया जाता था कि वह कुंभ नहाने हरिद्वार गए हुए हैं।

शहर में आधा दर्जन से अधिक महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहीं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनीता भटनागर जैन की माँ श्रीमती बीना भटनागर इस अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक और धार्मिक संस्था को बिठूर लाई थीं। उस समय उनकी बेटी यहाँ की मंडलायुक्त हुआ करती थीं। उनके प्रभाव का इस्तेमाल कर बिठूर में कई एकड़ जमीन पर इस मंदिर का भव्य निर्माण शुरू हुआ। निर्माण में बाधा बन रही कुछ अन्य लोगों की जमीन को अपने रसूख के बल पर हथिया लिया गया। लेकिन कुछ समय बाद ही श्रीमती बीना भटनागर जैन ने ट्रस्ट को नोटिस देकर अपनी जमीन वापस करने को कहा। फिलहाल यह मामला कोर्ट में लंबित है।

इस बाबत श्रीमती जैन का कहना है कि मंदिर में जो कुछ हो रहा है उससे उनकी आस्था को ठेस पहुँची है। उनके आरोप प्रथम दृष्टया ठीक भी लग रहे हैं। जिस इनोवा गाड़ी पर मंदिर के प्रमुख प्रभु नारायण अय्यर चलते हैं। उसका नंबर यूपी 78 बीएम 1105 है। ठीक इसी नंबर की ऑल्टो कार सुनील गुप्ता निवासी 128। 54 बी ब्लॉक किदवई नगर के पास है। यह गाड़ी उन्होंने 2008 में अमित कार डीलर से खरीदी थी। आरटीओ कार्यालय से तस्दीक भी होती है।

सवाल है कि इस्कान मंदिर के प्रमुख श्रेष्ठादास जिस गाड़ी पर चल रहे हैं उस पर फर्जी नंबर डालने की जरूरत उन्हें क्यों पड़ी। इस मामले में श्रेष्ठादास से संपर्क करने की कोशिश की गई तो पता चला कि वह कुंभ स्नान करने हरिद्वार गए हैं। वहाँ पता चला कि वह हरिद्वार आए ही नहीं। मंदिर सूत्रों ने बताया कि इस समय वह अमेरिका में हैं। वहाँ उनके खिलाफ एक अदालत में केस चल रहा है। लाल रंग की इनोवा गाड़ी के बारे में पता चला है कि यह गाड़ी यहा, केरल से लाई गई है। वहाँ की पुलिस को किसी आपराधिक मामले में इसकी तलाश है।

इस्कान मंदिर के अधिकांश सदस्य शहर के पैसे वाले हैं और अपनी ताकत और रसूख के बल पर सब कुछ ढँके हुए हैं। मंदिर की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर एक शिकायती पत्र मंडलायुक्त को दिया गया है।

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