Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(बैकुंठ चतुर्दशी)
  • तिथि- कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी/चतुर्दशी-(क्षय)
  • शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
  • व्रत/मुहूर्त-बैकुंठ चतुर्दशी/पंचक समाप्त/मूल समाप्त
  • राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
webdunia
Advertiesment

बुध ग्रह के लिए पूजें संगमेश्वर महादेव को

69वें महादेव लिंग संगमेश्वर (बुध ग्रह के आधिपत्य)

हमें फॉलो करें बुध ग्रह के लिए पूजें संगमेश्वर महादेव को

ज्योतिर्विद सीता शर्मा

बुध ग्रह के लिए गन्ने के रस से पूजें संगमेश्वर महादेव को
FILE


पौराणिक कथा : स्कंदपुराण के अवंतिखण्ड में कलिंग देश का राजा सुबाहु मध्यांह में होने वाले प्रतिदिन के सिरदर्द से व्यथित रहता था। वह अज्ञात प्रेरणावश महाकाल वन स्थित उस स्थान पर स्नान करने गया जहां गंगा, नीलगंगा तथा क्षिप्रा का संगम हो रहा था। स्नान कर उसने संगम स्थल का जल पास में बने महादेव को अर्पित किया, जिसके प्रभाव से उसके सिर का दर्द समाप्त हो गया।

सुबाहु ने अपनी पत्नी विशालाक्षी को बताया कि पूर्व जन्म में वह शूद्र था तथा वेदों की निंदा करता था। इस कारण उसका अपने पुत्र और पत्नी से बिछोह हो गया था। अगले जन्म में क्षिप्रा नदी में कछुआ बनने तथा तुम्हारे कबूतरी बनने से हमारे बीच सामंजस्य बना हुआ था।

एक दिन मैंने तुम्हारे सिर पर जोर से मारा और तुम्हें संगमेश्वर के पास लाया। दर्शन करते-करते ही हम दोनों को एक ही पारथी ने मार दिया। पिछले जन्म के इन्हीं दोषों की वजह से मेरे सिर में दर्द रहा करता था। इस जन्म में हमारा इसी मंदिर में पुन: संगम हुआ इसलिए यह संगमेश्वर महादेव कहलाएंगें।

यह मंदिर उज्जैन में राम सीढ़ी पर स्थित है।

विशेष- शुक्ल पक्ष की पंचमी को पूजन और अभिषेक से अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है। बुध ग्रह की शांति के लिए श्रावण मास में गन्ने के रस से रूद्राभिषेक करने से विशेष फल प्राप्त होता है।

दान- मूंग, कांस्य, पात्र, घी, मिश्री

हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
Share this Story:

वेबदुनिया पर पढ़ें

समाचार बॉलीवुड ज्योतिष लाइफ स्‍टाइल धर्म-संसार महाभारत के किस्से रामायण की कहानियां रोचक और रोमांचक

Follow Webdunia Hindi