भगवान भोलेनाथ की एक ऐसी अद्भुत पिंडी है जिसके दर्शन मात्र से 1076 शिवलिंग के दर्शनों का लाभ मिल जाता है। यह हजारिया शिव मंदिर के नाम से प्रसिद्घ है। इस चमत्कारिक स्थान की महिमा निराली है। वर्ष भर में लाखों श्रद्घालु यहाँ मनोकामना पूरी होने की इच्छाएँ लेकर आते हैं।
यह अद्भुत पिंडी रायसेन जिला मुख्यालय से 27 किलोमीटर की दूरी पर साँची विकासखण्ड स्थित ग्राम गुलगाँव में है।
ग्रामीणों के अनुसार 200 साल पहले पीपल की जड़ में विराजित इस पिंडी की पूजा गाँव के सुंदरलाल करते थे, तब यह सामान्य पिंडी की तरह नजर आती थी। कुछ वर्षों पूर्व पीपल की जड़ से शिवलिंग को बाहर निकाला गया तब ग्रामीण इस पिंडी को देखकर आश्चर्यचकित हो गए क्योंकि यह सामान्य पिंडी की तरह न होकर अद्भुत नजर आई।
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एक पिंडी में सैकड़ों छोटे-छोटे शिवलिंग दिखते ही इस स्थान का महत्व बहुत बढ़ गया। इस स्थान को बहुत चमत्कारिक माना जाता है।
गुलगाँव के मुंशीलाल साहू के अनुसार कुछ साल पहले पीपल की जड़ से इस पिंडी को निकाला गया और दैविक विधान से स्थापित करवाया गया। स्थापना के बाद से दूर-दराज के लोग यहाँ मनोकामना पूर्ण करने के लिए आते हैं। महाशिवरात्रि पर्व पर छ: फीट आकार में विराजित इस पिंडी पर दुग्धाभिषेक किया जाता है।