हर दिन की रंगोली का अपना-अपना महत्व है। यदि आप श्रद्धा से रंगोली बनाते हैं,तो उससे क्या लाभ मिलता है? उसका क्या महत्व है? आइए उसके बारे में जानकारी लें-
सोमवार रंगोली: -
इस रंगोली को बनाने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और प्रगति होती है। चंद्रमा की पूजा करने की योग्यता आती है। इस रंगोली के मध्य में लिखा गया " क्लीं" ये बीजमंत्र कहलाता है इसका भगवान श्री कृष्ण से रिश्ता होता है। यह बीजमंत्र ज्ञान का कारक है। यह लक्ष्मी बीजमंत्र भी है। लक्ष्मी की कृपा के कारण, इस रंगोली का प्रयोग धन और समृद्धि प्राप्त करने के लिए किया जाता है। जब यह रंगोली बनाई जाती है, तो यह एक प्रकार की ऊर्जा पैदा करती है।
इस रंगोली से धन तथा शास्त्रों का ज्ञान प्राप्त होता है। मंगल की पूजा लाभदायक होती है। इसमें बना बीजमंत्र सूर्य की तरह होता है। इस बीजमंत्र में सूर्य की शक्ति तथा उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करने की शक्ति होती है।
बुधवार रंगोली: -
यह रंगोली सभी प्रकार के शास्त्रों का ज्ञान देती है। पत्नियां घर में सम्मान पाती है, घर में सुख-शांति बनी रहती हैं। धन हानि होने से बचाव होता है। और बुध ग्रह की पूजा से लाभ होता है।
गुरुवार रंगोली: -
इस रंगोली को बनाने से धन लाभ होता है। सारी महत्वाकांक्षाएं पूर्ण होती है। गुरु की पूजा करने का सौभाग्य प्राप्त होता है।
शुक्रवार रंगोली: -
इस रंगोली को बनाने से बच्चों की शादी में होने वाली अड़चन दूर होती है। बच्चों की सही जगह शादी हो जाती है। जोड़ीदार अच्छा मिलता है। शुक्र ग्रह की पूजा करने का लाभ मिलता है। यह दिन देवी का भी होने से आदि शक्ति का आशीर्वाद हम पर रहता है।
शनिवार रंगोली: -
इस रंगोली को बनाने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है। भूत, प्रेत, पिशाच बाधा नहीं होती हैं। शनि ग्रह की पूजा करने से लाभ होता है। शनि न्याय का ग्रह माना जाता है, इस ग्रह से कष्ट भी मिलते है, पर अपने सारे दुःख कष्ट को मिटाने की शक्ति इस रंगोली में है।
रविवार रंगोली: -
इस रंगोली को बनाने से सारे मनोवांछित कार्य पूर्ण होते हैं। सूर्य की पूजा का लाभ मिलता है। आप प्रत्येक दिन सूर्य भगवान के दर्शन करते हैं। इन भगवान में एक अनिर्दिष्ट आत्म-शक्ति छिपी हुई है, जिसे हम देख नहीं सकते, लेकिन महसूस कर सकते हैं। सूर्य भगवान की पूजा करने से हमें एक आत्मीय शांति मिलती है। यह सूर्य रंगोली देवता को प्रसन्न करती है।