108 अज्ञात शक्तिपीठ में से 51 शक्तिपीठ ज्ञात हैं जिसमें से 9 शक्तिपीठ वर्तमान भारत से बाहर स्थापित हैं। प्राचीन भारत की सीमाएं वहां तक थीं जहां तक 108 ज्योतिर्लिंग और 108 ही शक्तिपीठ स्थापित थे और जहां से हिमाललय प्रारंभ होकर जहां समाप्त होता है।
1. हिंगुला : यह वर्तमान पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में स्थित है।
2. सुगंधा : बांग्लादेश के शिकारपुर नामक स्थान पर देवी सुनंदा नदी के तट पर उग्रतारा शक्तिपीठ है।
3. अपर्णा : बांग्लादेश के ही बौगड़ा संयान के पास भवानीपुर गांव में देवी का शक्तिपीठ स्थित है।
4. गंडकी : नेपाल में गंडक नदी के उद्गम स्थल पर मुक्तिनाथ मंदिर में देवी आद्याशक्ति का पीठ है।
5. मिथिला : नेपाल के जनकपुर में वनदुर्गा, जयमंगला और उग्रतारा मंदिर को शक्तिपीठ माना जाता है।
6. चट्टल : बांग्लादेश के चटगांव में चंद्रशेखर पर्वत पर देवी भवानी शक्तिपीठ है।
7. यशोर : बांग्लादेश के खुलना जिले में देवी यशोरेश्वरी के नाम से विख्यात हैं।
8. गुह्येश्वरी : नेपाल की राजधानी काठमांडु में स्थित पशुपतिनाथ में देवी महामाया के रूप में विराजमान हैं।
9. लंका : पड़ोसी देश श्रीलंका में देवी इंद्राक्षी शक्तिपीठ है। यहां सती का नूपुर गिरा था।