Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

जगन्नाथ रथयात्रा : ठाकुरजी और कर्माबाई की खिचड़ी, लोकप्रिय कथा यहां पढ़ें

हमें फॉलो करें जगन्नाथ रथयात्रा : ठाकुरजी और कर्माबाई की खिचड़ी, लोकप्रिय कथा यहां पढ़ें
webdunia

पं. हेमन्त रिछारिया

Lord Jagannath katha
श्री जगन्नाथ मंदिर पुरी (ओडिशा)-
 
श्री जगन्नाथ मंदिर में प्रात:काल भगवान श्री जगन्नाथ को खिचड़ी का बालभोग लगाया जाता है। प्राचीन काल में एक भक्त कर्माबाई प्रात:काल बिना स्नान किए ही ठाकुरजी के लिए खिचड़ी बनाती थीं। 
 
कथानुसार ठाकुरजी स्वयं बालरूप में कर्माबाई की खिचड़ी खाने के लिए आते थे। लेकिन एक दिन कर्माबाई के यहां एक साधु मेहमान हुआ। उसने जब देखा कि कर्माबाई बिना स्नान किए ही खिचड़ी बनाकर ठाकुरजी को भोग लगा देती हैं तो उसने उन्हें ऐसा करने से मना किया और ठाकुरजी का भोग बनाने व अर्पित करने के कुछ विशेष नियम बता दिए।
 
अगले दिन कर्माबाई ने इन नियमों के अनुसार ठाकुरजी के लिए खिचड़ी बनाई जिससे उन्हें देर हो गई और वे बहुत दु:खी हुईं कि आज मेरा ठाकुर भूखा है। ठाकुरजी जब उनकी खिचड़ी खाने आए तभी मंदिर में दोपहर के भोग का समय हो गया और ठाकुरजी जूठे मुंह ही मंदिर पहुंच गए।
 
वहां पुजारियों ने देखा कि ठाकुरजी के मुंह पर खिचड़ी लगी हुई है, तब पूछने पर ठाकुरजी ने सारी कथा उन्हें बताई। जब यह बात साधु को पता चली तो वह बहुत पछताया और उसने कर्माबाई से क्षमा-याचना करते हुए उसे पूर्व की तरह बिना स्नान किए ही ठाकुरजी के लिए खिचड़ी बनाकर ठाकुरजी को खिलाने को कहा।
 
आज भी पुरी के जगन्नाथ मंदिर में प्रात:काल बालभोग में खिचड़ी का ही भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि यह कर्माबाई की ही खिचड़ी है।
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

शुभ मुहूर्त 2021 : 11 जुलाई को रवि पुष्य का शुभ संयोग, जानिए खरीदारी के मुहूर्त