Republic Day 2024: 15 अगस्त को Flag Hoisting (ध्वजारोहण) होता है और 26 जनवरी को Flag Unfurling (झंडा फहराना) होता है। 15 अगस्त को लाल किले पर ध्वजारोहण होता है जबकि 26 जनवरी को राजपथ पर झंडा फहराया जाता है। आओ जानते हैं 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मुख्य 10 आकर्षण।
1. राष्ट्रपति करेंगे ध्वजारोहण : गणतंत्र दिवस की शुरुआत राष्ट्रपति के काफिले के आगमन के साथ होती है। राष्ट्रपति अपनी विशेष कार से आते हैं, इनके आसपास उनके स्पेशल घुड़सवार अंगरक्षक चलते हैं। इसके बाद राष्ट्रपति महोदय या महोदय द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है। उस समय विशेष घुड़सवार अंगरक्षक समेत वहां मौजूद सभी लोग सावधान की मुद्रा में शांत खड़े होकर तिरंगे को सलामी देते हैं। फिर राष्ट्रगान की शुरुआत होती है। राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
2. बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी : इस बार बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी पूरी तरह से स्वदेशी होगी। समारोह में बीटिंग रिट्रीट में जो भी धुनें बजाई जाएंगी वह स्वदेशी होंगी। बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में सेना के तीनों अंगों, बीएसएफ, राष्ट्रपति के गार्ड, एसीसी, स्काउट आदि के सशस्त्र अंग शामिल होते हैं जो कदमताल मिलाकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हैं।
3. झांकियां : गणतंत्र दिवस की परेड में हर राज्य की झांकियां निकलती हैं। इस बार 23 झांकियों में से 17 झांकियां विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की होंगी जबकि छह विभिन्न सरकारी मंत्रालयों और विभागों की होंगी। सभी झांकियों को अलग-अलग थीम पर सजाया गया है। झांकी लगभग 5 किमी/घंटा की गति से चलती है ताकि हर व्यक्ति इसे देख सके।
4. विशेष अतिथि : गणतंत्र दिवस समारोह में प्रति वर्ष किसी न किसी देश के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति या शासक को विशेष अतिथि के तौर पर सरकार द्वारा आमंत्रित किया जाता है। इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। इसी के साथ ही देश एवं विदेश के गणमान्य नागरिक पहली पंक्ति में उपस्थित रहेंगे। सर्वश्रेष्ठ परेड की ट्रॉफी देने के लिए पूरे रास्ते में कई जगहों पर न्यायाधीशों को बैठाया जाता है। ये न्यायाधीश प्रत्येक दल को 200 मापदंडों पर नंबर देते हैं। इसके आधार पर सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल का चुनाव होता है। बाद में झांकियों को पुरस्कार और ट्रॉफी दी जाती है।
5. सांस्कृतिक कार्यक्रम : परेड में देश के प्रमुख स्कूलों के बच्चे भी अपनी शानदार प्रस्तुति देते हैं। इस दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होता है।
6. बहादुर बच्चों का सम्मान : राष्ट्रपति के हाथों बहादुर बच्चों को सम्मान भी मिलता है। परेड में बहादुर बच्चों की अलग से परेड होती है।
7. एनसीसी और स्कॉउट की प्रस्तुति : एनसीसी यानी राष्ट्रीय कैडेट कोर भी परेड में भाग लेता है। इसी के साथ हर स्कूल की स्काउट टीम भी परेड में भाग लेती हैं।
8. वायु सेना का फ्लाइंग पास्ट : गणतंत्र दिवस पर आकर्षण का केंद्र रहता है वायुसेना का फ्लाईपास्ट। करीब 46 विमान 6 अलग-अलग बेस से ऑपरेट किए जाते हैं और वे आसमान में करतब दिखाते हैं। इस बार फ्लाईपास्ट में 29 लड़ाकू विमान, 7 परिवहन विमान, 9 हेलीकॉप्टर समेत कुल 46 एयर क्राफ्ट हिस्सा लेंगे। कर्तव्य पथ के आसमान पर तेजस, राफेल, डॉर्नियर समेत वायुसेना के तमाम अत्याधुनिक उड़ान भरने की तैयारी में हैं।
9. महिलाएं करेंगी नेतृत्व : 75वां गणतंत्र दिवस समारोह काफी हद तक महिला केंद्रित होगा जिसका मुख्य विषय भारत का लोकतंत्र और एक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्पहै। परेड की शुरुआत भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों के साथ 100 महिला कलाकारों द्वारा की जाएगी। इस बार गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार आर्मी, इंडियन नेवी और एयरफोर्स की महिला अग्निवीरों का जॉइंट दस्ता शामिल होगा। इन तीनों फोर्स की महिला ऑफिसर इस दस्ता को लीड करेंगी। ऐसा पहली बार होगा, जब आर्मी, इंडियन नेवी और एयरफोर्स की महिला ऑफिसर एक साथ परेड में लीड करेगी। अब तक ट्राई सर्विस दस्ता यानी तीनों सेनाओं का जॉइंट दस्ता गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं हुआ था। स्क्वाड्रन लीडर रश्मि ठाकुर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में यहां कर्तव्य पथ पर वायु सेना की टुकड़ी की अगुवाई करेंगी।
10. साहसी करतब : परेड में सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के मार्च-पास्ट के साथ-साथ भारतीय वायु सेना के फ्लाई-पास्ट और मोटरसाइकिल टीमों के साहसी करतब भी शामिल होते हैं।