Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

बहुत बड़ी जीत लेकिन और बेहतर कर सकती है सिंधु : गोपीचंद

Advertiesment
हमें फॉलो करें बहुत बड़ी जीत लेकिन और बेहतर कर सकती है सिंधु : गोपीचंद
रियो डि जेनेरियो , बुधवार, 17 अगस्त 2016 (10:39 IST)
रियो डि जेनेरियो। भारत के राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद का मानना है कि पीवी सिंधु को अपने डिफेंस को बेहतर करना होगा, क्योंकि गुरुवार को ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में उनका मुकाबला विश्व की नंबर 3 नोजोमी ओखूरा से होगा।
 
विश्व नंबर 10 सिंधु का नोजोमी के खिलाफ जीत हार का रिकॉर्ड 1-3 का रहा है। वे जापानी खिलाड़ी को 2012 में युवा अंडर-19 चैंपियनशिप के अलावा कभी नहीं हरा सकी हैं और 2014, 2015 एवं इस वर्ष लगातार 3 मौकों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
 
दुनिया की नंबर 2 खिलाड़ी वांग यिहान के खिलाफ सिंधु की 22-20, 21-19 की संघषर्पूर्ण जीत के बाद गोपीचंद ने कहा कि वांग यिहान के खिलाफ जीत अच्छा था लेकिन मेरे अनुसार वे और बेहतर कर सकती हैं। कुछ क्षेत्रों में सुधार की गुंजाइश है। सिंधु ने अहम मौके पर यिहान को आसानी से 6 अंक बनाने दिए और चीनी खिलाड़ी 19-18 से आगे हो गई लेकिन आखिरकार 55 मिनट तक चले मुकाबले को भारतीय खिलाड़ी ने जीत लिया।
 
21 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी के बारे में उन्होंने कहा कि उसके खेल में निरंतरता नहीं रही है और कई बार उसने बढ़त गंवाई लेकिन मेरे ख्याल से यह उसके लिए सीख हासिल करने की चीज है। वह अब भी युवा है और उसकी उम्र उसके साथ है। मेरे ख्याल से वह जुझारू है और कर्म के प्रति समर्पित है।
 
सिंधु की जीत को उनके करियर की सबसे बड़ी जीत में से एक बताते हुए उनके कोच ने कहा कि मेरी राय में निश्चित तौर पर यह सबसे बड़ी जीतों में से एक है। ओलंपिक क्वार्टर फाइनल का चरण इसे खास बनाता है। उसने वास्तव में अच्छा खेला और पूरी कोशिश की। 
 
गोपीचंद ने कहा कि वास्तव में यह बहुत अच्छा मैच था, शुरू से ही जुनून के साथ प्रदर्शन। सिंधु शांत रही और मैच को खत्म किया। उसने शानदार रुख अपनाया। 
 
पूर्व ऑल इंग्लैंड चैंपियन कहा कि वांग यिहान ने कुछ मौकों पर अपनी रणनीति में बदलाव किए और सिंधु के फोरहैंड पर हमला शुरू कर दिया तब उसने कुछ बार नेट पर मार दिया। आखिरकार सिंधु ने अच्छे स्मैश के साथ मैच में वापसी की। (भाषा)
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

दौड़ते हुए मैदान में गिरीं, एक-दूसरे को दी प्रेरणा, जीत लिए दिल..