रियो डि जेनेरियो। नरसिंह यादव पर खेल पंचाट द्वारा लगाए गए चार साल के प्रतिबंध से निराश भारतीय ओलंपिक संघ ने कहा है कि इस पहलवान को उसके विरोधियों की बजाय अपने ही लोगों ने हरा दिया।
आईओए महासचिव राजीव मेहता ने कहा, यह खेल पंचाट में सिर्फ नरसिंह की हार नहीं है बल्कि उसको अपने ही लोगों ने हरा दिया जो नहीं चाहते थे कि वह ओलंपिक में भाग ले सके।
उन्होंने कहा कि तस्वीर साफ है और मुझे या किसी को कहने की जरूरत नहीं है कि किसने साजिश की है। यदि आप पीछे देखें तो सारी बातों को जोड़कर साफ हो जाएगा कि संदिग्ध कौन हो सकता है।'
मेहता ने कहा, 'फिलहाल तो वे लोग उसे ओलंपिक में भाग लेने से रोकने में कामयाब रहे। यह देश का नुकसान है। हम अब फैसले को चुनौती देकर प्रतिबंध की मियाद कम करा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमें मसले की गहराई में जाना चाहिए और सरकार को इसकी सीबीआई जांच करानी चाहिए। यह छोटी बात नहीं है। इससे खेलों में हमारे देश की छवि खराब हुई है। दिल्ली उच्च न्यायालय में मुकदमा जीतने के बाद सोनीपत स्थित उसके साई सेंटर से एक फोन आया जिसमें डोपिंग की बात कही गई, छापा मारा गया और उसका नमूना पाजीटिव पाया गया। यह इत्तेफाक नहीं हो सकता। (भाषा)