रियो डी जेनेरियो। पीवी सिंधु का नाम कल तक सिर्फ बैडमिंटन खेलने वाले जानते थे लेकिन आज पूरा हिंदुस्तान इस नाम से परिचित है। पूरा भारत यह जान चुका है कि पीवी सिंधु वो खिलाड़ी बन गई हैं, जिनसे ओलंपिक का स्वर्ण पदक केवल एक कदम के फासले पर है। भारत आज तक किसी भी खेल में महिला वर्ग का न तो गोल्ड मैडल जीत सका है और न सिल्वर मैडल।
भारत की इस स्टार खिलाड़ी ने पूरे देश में एक तरह से खेल क्रांति ला दी है। भारत का राष्ट्रीय मीडिया कहे जाने वाले टीवी चैनल जो हमेशा क्रिकेट का पिच बनाकर तरह तरह के प्रयोग करते थे, वही चैनल अब अपने टीवी स्क्रीन पर बैडमिंटन का कोर्ट बनाकर विश्लेषण कर रहे हैं। विशेषज्ञों को बुलाकर पीवी सिंधु के खेल का विश्लेषण कर रहे हैं। वाकई सिंधु की यह कामयाबी एवरेस्ट पर चढ़ने जैसा है।
सिंधु का गृहनगर हैदराबाद में तो अभी से जश्न का माहौल बन गया है। सिंधु की मां और पिता अपनी बेटी को आशीर्वाद दे रहे हैं तो सुदूर वेस्टइंडीज से विराट कोहली, अनिल कुंबले सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके अपनी शुभकामनाएं दे रहे हैं। विराट ने कहा कि सिंधु तुम चैम्पियन हो और हम तुमसे पदक की उम्मीद कर रहे हैं।
पूरे देश को सिंधु से गोल्ड की आस : पीवी सिंधु जैसे ही रियो ओलंपिक बैडमिंटन के फाइनल में पहुंची, वैसे ही पूरे देश में दुआओं का दौर प्रारंभ हो गया। मंदिरों और मस्जिदों में प्रार्थनाओं का दौर जारी है। उज्जैन के महाकाल मंदिर में पुजा अर्चना का दौर जारी है। कोई सिंधु का फोटो लेकर आया तो कोई सिंधु के लिए फूलमाला के साथ पूजा कर रहा है।