रियो डि जेनेरियो। रियो ओलंपिक में निशानेबाजी में भारत का निराशाजनक प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा और हिना सिद्धू महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के क्वालिफाइंग राउंड में 14वें स्थान पर रहकर फाइनल में नहीं पहुंच पाईं।
पूर्व नंबर एक निशानेबाज हिना सिद्धू से भारत को खासी उम्मीदें थीं लेकिन अपूर्वी चंदीला, अयोनिका पॉल और गुरप्रीत सिंह की तरह उन्होंने भी निराश किया। हिना 380 के स्कोर के साथ 44 निशानेबाजों में 14वें स्थान पर रह गईं। इस स्पर्धा में वह एकमात्र भारतीय निशानेबाज थीं। हिना के पास अब इस स्पर्धा की निराशा को छोड़कर 25 मीटर पिस्टल की अपनी अगली स्पर्धा में बेहतर प्रदर्शन करने का मौका रहेगा।
फाइनल में पहुंची आठ निशानेबाजों में आखिरी निशानेबाज का स्कोर 384 रहा जबकि शीर्ष पर रही रूस की वितालिना बातसारशकिना ने 390 का स्कोर किया।
सरकार की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम के तहत अधिकतर समय विदेश में अभ्यास करने वालीं 26 वर्षीय हिना सिद्धू ने हालांकि शुरुआत टेन से की लेकिन उसके बाद वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रख पाईं। अन्य भारतीय निशानेबाजों की तरह हिना के निशाने भी भटकते रहे। वह एक बार भी टॉप टेन में जगह नहीं बना पाईं। उनकी पहली सीरीज 94, दूसरी 95, तीसरी 96 और चौथी 95 की रहीं।
पहले राउंड में उन्होंने 100 में से 94 का स्कोर किया जबकि 18 निशानेबाजों का स्कोर 95 था। दूसरे राउंड में उन्होंने 95 किया तो 15 अन्य का उनसे बेहतर स्कोर था। तीसरे राउंड में उन्होंने 96 किया लेकिन छह अन्य निशानेबाजों का प्रदर्शन उनसे बेहतर था। आखिरी राउंड में वह 95 का स्कोर ही कर पाईं।
भारतीय निशानेबाज ने कुल 13 टेन लगाए। हिना लंदन ओलंपिक में 12वें स्थान पर रही थीं और फिर 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों में 13वें स्थान पर रही थीं। यहां उन्हें 14वां स्थान मिला। क्वालिफाइंग में रूस की दो निशानेबाजों ने दो शीर्ष स्थान हासिल किए। डोपिंग के आरोपों से निकलने के बाद रूसी दल रियो में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और इसकी बानगी इस स्पर्धा में भी देखने को मिली।
रियो में कल भारत की दो महिला निशानेबाज अयोनिका पॉल और अपूर्वी चंदीला 10 मीटर एयर राइफल महिला स्पर्धा के क्वालिफाइंग में ही बाहर हो गई थीं। (वार्ता)