मोहनी तेरी मूरति,
सुहानी है सूरति।
मेरी जिंदगी पर,
मैं लिख रहा हूं।
मेरे गीत को तुम,
जरूर गाइएगा।
मचलती हैं आंखें,
फिदा हो गया हूं।
मेरे दर पे एक बार,
जरूर आइएगा।
कभी इतना चंचल,
दिल न हुआ था।
कसम है खुदा,
न इतना फिदा था।
मेरी भूख बढ़ती चली जा रही है,
मेरी बात को मत ठुकराइएगा।