फाल्गुनी
अतीत यादों में अच्छा
लगता है
हकीकत में नहीं
वर्तमान को अतीत के हाथों
गिरवी न रखो कि
वर्तमान के हाथों
भविष्य गुलाम हो जाए
अतीत यदि अच्छा नहीं है
तो वह तुम्हारा हो ही नहीं सकता
लेकिन वर्तमान तुम्हारा है
इसलिए इसे ऐसा बनाओ कि
भविष्य में फिर कभी
इसे अतीत बनाकर रोना न पड़े
तुम और तुम्हारा आज
तुम्हारे ही हाथों में सुरक्षित है ना
इसे अतीत के काले धुएँ में
जलने दो,
भविष्य को बस एक बार
मेरे हाथों में पलने दो।