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यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस ने भारत और चीन को दी चेतावनी, जानिए क्या है मामला

हमें फॉलो करें यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस ने भारत और चीन को दी चेतावनी, जानिए क्या है मामला
, शनिवार, 26 फ़रवरी 2022 (17:10 IST)
मॉस्को। रूस की अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि मॉस्को पर लगाए गए कई प्रतिबंध अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र (ISS) पर हमारे सहयोग को नष्ट कर सकते हैं। उन्होंने वाशिंगटन से पूछा कि क्या वह भारत व चीन को 500 टन की संरचना उन पर गिरने की आशंका के साथ खतरे में डालना चाहता है।
 
रूस और अमेरिका आईएसएस कार्यक्रम में प्रमुख भागीदार हैं, जिसमें कनाडा, जापान, फ्रांस, इटली और स्पेन जैसे कई यूरोपीय देश भी शामिल हैं।
 
यूक्रेन के खिलाफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा विशेष सैन्य अभियान का आदेश दिए जाने के बाद, अमेरिका और उसके सहयोगियों ने चार बड़े रूसी बैंकों की संपत्ति अवरुद्ध करने, निर्यात नियंत्रण लागू करने और पुतिन के करीबियों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
 
सीएनएन की खबर के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा गुरुवार को नए प्रतिबंधों की घोषणा कि रूस के अंतरिक्ष कार्यक्रम सहित उनके एयरोस्पेस उद्योग को प्रतिष्ठाहीन किया जाएगा, रोस्कोस्मोस के महानिदेशक दिमित्री रोगोज़िन ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि आईएसएस की कक्षा और अंतरिक्ष में स्थान रूसी इंजनों द्वारा नियंत्रित होते हैं।
 
रोगोजिन ने रूसी भाषा में ट्वीट कर कहा, यदि आप हमारे साथ सहयोग को बाधित करते हैं, तो कौन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) को अनियंत्रित होकर कक्षा से बाहर जाने और अमेरिका या यूरोप में गिरने से बचाएगा? उन्होंने कहा कि इस बात की भी आशंका है कि 500 टन का ढांचा भारत या चीन पर गिर जाए।
 
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख ने पूछा, 'क्या आप उन्हें ऐसे परिदृश्य से खतरे में डालना चाहते हैं? आईएसएस रूस के ऊपर से उड़ान नहीं भरता है, इसलिए सभी जोखिम आपके हैं। क्या आप उनके लिए तैयार हैं?'
 
न्यूयॉर्क स्थित एक खगोल विज्ञान समाचार वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने एक ट्वीट में लिखा है, 'क्या आप आईएसएस पर हमारे सहयोग को नष्ट करना चाहते हैं?'
 
इसमें कहा गया कि आईएसएस का रूसी खंड पूरे परिसर के लिए मार्गदर्शन, नेविगेशन (वायुयान संचालन) और नियंत्रण के लिए जिम्मेदार है। रूसी प्रगति आईएसएस के लिए आवधिक कक्षा-बढ़ाने का भी काम देखती है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह पृथ्वी के वायुमंडल में बहुत नीचे न आ जाए।
 
सीएनएन की खबर में शुक्रवार को कहा गया है कि नासा ने रोगोजिन की टिप्पणियों पर सीधे प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह स्पष्ट किया है कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस और कनाडा, यूरोप व जापान में हमारे अन्य अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ सुरक्षित और निरंतर आईएसएस संचालन बनाए रखने के लिए काम करना जारी रखेगी। (भाषा)

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