मॉस्को। पूर्वी यूक्रेन में एक विशेष रूसी सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बृहस्पतिवार को क्रेमलिन में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के मुख्य पहलुओं पर चर्चा की और दक्षिण एशिया के घटनाक्रम सहित वर्तमान क्षेत्रीय विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
रूस के दो दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री खान ने बृहस्पतिवार को मॉस्को में अज्ञात सैनिकों के स्मारक पर माल्यार्पण करके अपने कार्यक्रमों की शुरुआत की। रूसी सैनिकों ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर व्यापक स्तर पर हमला किया।
अपने इस अभियान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरअंदाज करते हुए पुतिन ने अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे।
रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय- क्रेमलिन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के मुख्य पहलुओं पर चर्चा की और दक्षिण एशिया में घटनाक्रम सहित वर्तमान क्षेत्रीय विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
इस महीने की शुरुआत में नई दिल्ली में रूसी दूतावास ने एक बयान में कहा था कि कश्मीर के मुद्दे पर रूस की आधिकारिक स्थिति और द्विपक्षीय विवादों में हस्तक्षेप न करने संबंधी रूस के सैद्धांतिक रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।
बयान में कहा गया था, समाधान केवल भारत और पाकिस्तान द्वारा निकाला जाना चाहिए और यह प्राप्त समझौतों पर आधारित होना चाहिए, जिसमें 1972 का शिमला समझौता और 1999 का लाहौर घोषणा शामिल है।
रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार बृहस्पतिवार को बैठक के दौरान राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री खान ने आर्थिक और ऊर्जा सहयोग सहित द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। खबर के अनुसार यूक्रेन के घटनाक्रम सहित क्षेत्रीय स्थिति पर भी चर्चा हुई।
राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री खान के लिए दोपहर के भोजन का भी आयोजन किया। इससे पहले, शिखर बैठक के लिए पहुंचने पर पुतिन ने खान की अगवानी की। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया। इसके बाद उन्होंने बैठक की।
प्रधानमंत्री खान के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल था, जिसमें संघीय मंत्रियों शाह महमूद कुरैशी, चौधरी फवाद हुसैन, असद उमर, हम्माद अजहर, वाणिज्य सलाहकार अब्दुर रज्जाक दाऊद, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ और नेशनल असेंबली के सदस्य अमीर महमूद कियानी शामिल थे।
इससे पूर्व डिजिटल मीडिया पर प्रधानमंत्री के केन्द्रीय कर्मचारी (फोकल पर्सन), डॉ. अर्सलान खालिद ने कहा है कि रूस की उनकी यात्रा योजना के अनुसार जारी है। उन्होंने उन खबरों को खारिज कर दिया था कि खान यूक्रेन की घटनाओं के मद्देनजर मॉस्को की अपनी यात्रा को बीच में ही छोड़ देंगे।
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव ने मॉस्को में अपनी बैठक में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों, आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
कुरैशी ने इस मौके पर कहा कि पाकिस्तान रूस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को विशेष महत्व देता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और रूस के बीच संबंध धीरे-धीरे मजबूत हुए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आर्थिक प्राथमिकताओं और क्षेत्रीय संबंधों को बढ़ावा देने के एजेंडे पर आगे बढ़ रहा है।
वॉशिंगटन में अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाना हर देश की जिम्मेदारी है।
विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बुधवार को एक ब्रीफिंग के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के मद्देनजर अमेरिका ने प्रधानमंत्री खान की मॉस्को यात्रा पर गौर किया है। उन्होंने कहा, खैर, हम निश्चित रूप से उनकी यात्रा के बारे में अवगत हैं।(भाषा)