नई दिल्ली। रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से दोनों देशों के बीच भीषण जंग छिड़ गई है। कीव समेत यूक्रेन के अधिकांश शहर धमाकों से दहल गए। यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय फंसे हुए हैं। भारत सरकार ने इन्हें युद्धग्रस्त देशों से निकालने के लिए प्लान तैयार किया।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि यूक्रेन में बसे हमारे लोगों की मदद और उनसे जुड़ी जानकारी के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। आप 1800118797 (टोल फ्री) के साथ ही इन नंबरों पर +91 11 23012113, +91 11 23014104, +91 11 23017905 संपर्क कर सकते हैं।
इससे एक दिन पहले विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने कहा था कि पूर्वी यूरोप के इस देश में भारतीयों की सुरक्षा और वहां से उन्हें सुरक्षित बाहर निकालकर लाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन में स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा मामलों संबंधी कैबिनेट समिति की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई। विदेश सचिव ने बताया, प्रधानमंत्री मोदी ने सीसीएस की बैठक में कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता भारतीयों की सुरक्षा और यूक्रेन से उन्हें बाहर निकालना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से चर्चा कर वहां फंसें भारतीयों के संबंध में चर्चा की थी। यूक्रेन में 20 हजार भारतीय हैं और इनमें से लगभग 4 हजार भारतीय नागरिक पहले ही यूक्रेन छोड़ चुके हैं।