कीव। यूक्रेन ने रूस पर बड़ा आरोप लगाते हुए दावा कि उसने युद्ध के पांचवें दिन वैक्यूम बम से धमाके किए। जेनेवा कंवेंशन के तहत इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया गया है।
क्या होता है वैक्यूम बम : वैक्यूम बम थर्मोबैरिक हथियार है। इसमें बारूद का प्रयोग नहीं होता है बल्कि उच्च-दाब वाले विस्फोटक भरे होते हैं। यह खतरनाक बम शक्तिशाली विस्फोट करने के लिए आसपास के वातावरण से ऑक्सीजन सोखते हैं। वैक्यूम बम से अल्ट्रासोनिक शॉकवेव निकलती हैं, जो तबाही का स्तर बढ़ा देती हैं। इसे फादर ऑफ ऑल बम भी कहा जाता है। 2006 में रूस ने इसे सीरीया पर इस्तेमाल किया था। रूस ने वैक्यूम बम को 2007 में डेवलप किया था। इसका वजन 7100 किलो होता है।
फादर ऑफ ऑल बम रूसी बम है जिसका परीक्षण 11 सितंबर 2007 में किया गया था। आकार में यह बम मदर बम की तुलना में छोटा है, लेकिन इसकी विध्वंसकता मदर बम से दो गुनी है। इसे सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बम माना जाता है, लेकिन इससे होने वाली तबाही परमाणु बम जैसी होती है लेकिन परमाणु बम की तरह इससे रेडिएशन का खतरा नहीं होता है।
अमेरिका के पास मदर ऑफ ऑल बम है। इसका वजन 21600 पौंड (9797 किग्रा) है। इस बम के गिराए जाने पर सवा तीन किलोमीटर के दायरे की सभी चीजें तबाह हो जाती हैं। इसकी कीमत करीब दो हजार करोड़ रुपए है। अमेरिका के पास ऐसे 20 बम हैं।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने एक मार्च 1954 को हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया और यह मानव इतिहास में उस समय तक का सबसे बड़ा विस्फोट था। इसकी ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह हिरोशिमा को नष्ट करने वाले परमाणु बम से हजार गुना ज्यादा शक्तिशाली था।