नई दिल्ली। विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने मंगलवार को कहा कि हमारे सभी नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है तथा उन्होंने रूस एवं यूक्रेन के राजदूतों को भारत की उस मांग से अवगत करा दिया है कि खारकीव एवं संघर्ष वाले अन्य क्षेत्रों में फंसे भारतीयों को तत्काल सुरक्षित रास्ता मुहैया कराया जाए। खबरों के मुताबिक यूक्रेन से 12 हजार भारतीयों को निकाला गया है।
भारतीय वायुसेना अधिकारी के मुताबिक भारतीय वायु सेना का सी-17 परिवहन विमान यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए कल सुबह 4 बजे रोमानिया के लिए रवाना होगा। विमान दिल्ली के पास हिंडन में अपने होम बेस से उड़ान भरेगा।
विदेश सचिव ने कहा कि हम जल्दी से जल्दी अपने नागरिकों को संघर्ष क्षेत्र से बाहर निकालेंगे और नवीन शेखरप्पा की बॉडी वापस लाएंगे, हम इसे लेकर लोकल अथॉरिटी के संपर्क में हैं। विदेश सचिव ने कहा कि भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा अगले 3 दिन में 26 फ्लाइट शेड्यूल हैं।
विदेश सचिव ने कहा कि हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे, तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं। बाकी बचे 40% छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन के पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं।
श्रृंगला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हाईलेवल मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खारकीव में भारतीय नागरिक की मौत पर गहरी पीड़ा जताई है। विदेश सचिव ने कहा कि यूक्रेन में खारकीव, सूमी और अन्य संघर्ष क्षेत्रों की स्थिति को लेकर हम बहुत चिंतित हैं। अगले तीन दिनों में, भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए 26 उड़ानें निर्धारित की गई हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सूचना के मुताबिक, हमारे सभी नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि रूस एवं यूक्रेन के राजदूतों को भारत की उस मांग से अवगत करा दिया है कि खारकीव एवं संघर्ष वाले अन्य क्षेत्रों में फंसे भारतीयों को तत्काल सुरक्षित रास्ता मुहैया कराया जाए। श्रृंगला ने कहा कि बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा, पोलैंड और स्लोवाक गणराज्य के हवाई अड्डों का भी उपयोग निकासी उड़ानों के संचालन के लिए किया जाएगा।
विदेश सचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों का फोन आया था। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पोलैंड के राष्ट्रपति से बात की है।
भारतीय छात्र की मौत पर यूक्रेन ने जताया दु:ख : खारकीव शहर में भीषण गोलाबारी के दौरान एक भारतीय छात्र की मौत पर यूक्रेन ने मंगलवार को दुख जताया और दुनिया के अन्य देशों के नेताओं से रूस के हमलों को रोकने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बनाने की अपनी अपील दोहराई।
यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने अपने देश को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए भारत का शुक्रिया भी अदा किया। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री लेकर गया पहला विमान आज रात पोलैंड में उतर सकता है। राजदूत ने यूक्रेन पर रूस के हमलों की तुलना राजपूतों के खिलाफ मुगलों के नरसंहार से भी की।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हम मोदी जी समेत सभी प्रभावशाली वैश्विक नेताओं से अपील कर रहे हैं कि वे अपने संसाधनों का पुतिन के खिलाफ इस्तेमाल करें ताकि यूक्रेन पर हमले रोक दिये जाएं। रूस को बम हमले और गोलाबारी बंद करना चाहिए। विदेश मंत्रालय में एक बैठक के बाद राजदूत ने कहा कि उन्होंने खारकीव में कर्नाटक के नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की मौत पर संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि रूस की सेना अब असैन्य इलाकों में निशाना साध रही है।
भारत ने इस घटना के बाद रूस और यूक्रेन दोनों के राजदूतों से कहा था कि अब भी खारकीव और यूक्रेन के युद्ध प्रभावित अन्य शहरों में फंसे भारतीय नागरिकों को तत्काल सुरक्षित तरीके से निकाला जाए।