यूक्रेन पर रूस के हमले का रविवार को चौथा दिन है। वहां हालात लगातार खराब हो रहे हैं। हजारों लोग बेघर हो चुके हैं, कई भूखे हैं, अपनी जान बचाने के आसपास के देशों की सीमाओं में घुसने की कोशिश कर रहे हैं।
आलम यह है कि बच्चे और उनके परिजन चार दिनों से भूखे हैं। अब अपनी जान बचाने के लिए जहां से जो मिल रहा है वो उठाकर खा रहे हैं।
डिपार्टमेंटल स्टोर के मलबे से लोक ड्रिंक्स उठा और खाना उठा रहे हैं। खाने-पीने की चीजें नहीं मिलने से लोग बेहाल हैं। मॉल और डिपार्टमेंटल स्टोर में भी आपूर्ति नहीं होने से जरूरी सामान खत्म होते जा रहे हैं।
रूसी सेना ने यूक्रेन की घेराबंदी कर ली है। कीव, खार्किव, मेलिटोपोल जैसे बड़े शहरों में हालात बदतर होते जा रहे हैं। हर जगह बर्बादी दिख रही है। मिसाइल हमलों से इमारतें बर्बाद हो गई हैं। लोग खाने को तरस रहे हैं। कई जगह बच्चों से लेकर बड़े भी डर और दहशत की वजह से रोते देखे जा सकते हैं। लाखों लोग अपना शहर, देश छोड़कर बाहर जा रहे हैं।
पेट्रोलियम बेस में लगी आग की लपटों को कई किमी तक देखा जा सकता है। यह बेस राजधानी कीव के पास है, जिसे यूक्रेन के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है।
पेट्रोलियम बेस में लगी आग की लपटों को कई किमी तक देखा जा सकता है। यह बेस राजधानी कीव के पास है, जिसे यूक्रेन के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। कीव की सड़कों पर जगह-जगह जलते मिलिट्री टैंक और ट्रक देखे जा सकते हैं।
खार्किव में शनिवार को रूसी सेना दाखिल हो गई। यहां शनिवार देर रात को रॉकेट हमले में नौ मंजिला इमारत को भारी नुकसान हुआ। एक महिला की भी मौत हो गई।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कीव के नजदीक रूसी टैंकों को आम लोग भी रोक रहे हैं। हालांकि, रूसी सैनिक इन्हें निशाना नहीं बना रहे हैं। उनके उकसाने को नजरअंदाज कर रहे हैं। यूक्रेन की महिलाएं भी रूसी सेना से लोहा लेने को तैयार हैं।