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Russia Ukraine War: भारतीयों को रेस्क्यू करने यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे सिंधिया, रिजिजू और जनरल वीके सिंह, पीएम की हाई लेवल मीटिंग में फैसला

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हमें फॉलो करें Union Minister will go to neighboring countries of Ukraine to rescue Indians
, सोमवार, 28 फ़रवरी 2022 (11:19 IST)
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन गंगा अब और तेज किया जा रहा है। पीएम मोदी के साथ हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह तय किया गया है कि छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए भारत के केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे।

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और किरेन रिजिजू और जनरल वीके सिंह निकासी मिशन के समन्वय और छात्रों की मदद करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे।

बता दें कि यूक्रेन-रूस युद्ध में यूक्रेन में फंसे भारतीयों में से 249 लोगों का एक दल आज ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत पांचवीं फ्लाइट से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचा। इन सभी को रोमानिया के बुखारेस्ट एयरपोर्ट से लाया गया है। वतन लौटे यात्रियों ने यूक्रेन से सुरक्षित निकासी के लिए भारतीय दूतावास के अधिकारियों की प्रशंसा की है।

यूक्रेन-रूस संकट के बीच, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को सरकारी अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना किसी भी सीमा चौकियों पर नहीं जाने की सलाह दी है। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच 15 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इन्हें स्वदेश लाने के लिए ऑपेरशन गंगा जारी है

इसके तहत अब तक एयर इंडिया की 5 फ्लाइट से 1100 से ज्यादा छात्र-छात्राओं समेत भारतीय नागरिकों को भारत लाया जा चुका है। हालांकि, अभी भी हज़ारों भारतीयों को घर वापसी का इंतज़ार है।

रूस और युक्रेन युद्ध के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय छात्रों को रेस्क्यू करने की एक बार फिर केंद्र से अपील की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक वीडियो भी ट्वीट किया है, जिसमें छात्रों के साथ हिंसा हो रही है, उन्हें पीटा जा रहा है।

राहुल गांधी ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, 'इस तरह की हिंसा झेल रहे भारतीय छात्रों और ये वीडियो देखने वाले उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना है!

इस तरह की हिंसा झेल रहे भारतीय छात्रों के लिए और ये वीडियो देखने वाले उनके परिवार के लिए दिल से दुख हो रहा है। किसी भी अभिभावक को ऐसी स्थिति से नहीं गुजरना चाहिए। भारत सरकार को युक्रेन में फंसे हुए लोगों और उनके परिवारों के साथ तत्काल निकासी योजना शेयर करना चाहिए। हम अपनों को नहीं छोड़ सकते।

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