यूं तो भगवान शंकर के कई रहस्य है, लेकिन हम यहां मात्र पांच रहस्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1. शिव धनुष पिनाक को उठाना असंभव था लेकिन राम ने तोड़ दिया। शिवजी ने दो चक्र बनाए- एक भवरेंदु और दूसरा सुदर्शन।
पाशुपतास्त्र और त्रिशूल का निर्माण भी उन्होंने किया था।
2. शिव के गले में जो नाग लिपटा रहता है उसका नाम वासुकि है। वासुकि के बड़े भाई का नाम शेषनाग है।
3. शिव के 7 शिष्य हैं जिन्हें प्रारंभिक सप्तऋषि माना गया है। ऋषि अगस्त्य उनमें प्रमुख थे।
4. शिव के गणों में भैरव, वीरभद्र, मणिभद्र, चंदिस, नंदी, श्रृंगी, भृगिरिटी, शैल, गोकर्ण, घंटाकर्ण, जय और विजय प्रमुख हैं।
5. सूर्य, गणपति, देवी, रुद्र और विष्णु ये शिव पंचायत कहलाते हैं। पंचायत का फैसला अंतिम माना जाता है।