गरुढ़ पुराण के अनुसार 28 तरह के नरक बताए गए हैं। कई जगहों पर 36 नरकों का वर्णन है। वायु पुराण और विष्णु पुराण में भी कई नरककुंडों के नाम लिखे हैं। दरअसल, मनुष्य अपने कर्मों से ही उक्त नरकों में गिर जाते हैं। जैसी मति वैसी गति। जैसी गति वैसा नरक। आओ जानते हैं नरक से छुटकारा पाने के 5 उपाय।
1. नरकों से छुटकारा पाने के लिए विद्वान लोग वेदों का पालन करने की सलाह देते हैं। वेद पठन, प्रार्थना और ध्यान से ही नरकों से बचा जा सकता है। इस दौरान श्रीहरि विष्णु या श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप करना चाहिए। नमो नारायण मंत्र, गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से भी नरक से छुटकारा मिलता है।
2. शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति एक पीपल, एक नीम, दस इमली, तीन कैथ, तीन बेल, तीन आंवला और पांच आम के वृक्ष लगाता है, वह पुण्यात्मा होता है और कभी नरक के दर्शन नहीं करता। इसके अलावा एक बरगद, एक अनार, एक कड़ीपत्ता, एक जामफल, एक तुलसी, एक नींबू, एक अशोक, एक चमेली, एक चम्पा का वृक्ष लगाने से निरोगी काया रहकर घर में धन, समृद्धि और शांति बनी रहती है।
3. नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण, हनुमानजी और कालिका माता की विधिवत पूजा करने से भी नरक से छुटकारा पाया जा सकता है।
4. कहते हैं कि वेदों में बताए गए वाजपेयी जैसे यज्ञों को करने से भी नरक से छुटकारा मिलता है।
5. नरक से जाने से बचने के लिए एकादशी, प्रदोष या शिव चतुर्दशी का व्रत विधिवत रूप से रखना चाहिए।