जिस तेजी से इंटरनेट की स्पीड, उन्नत उपकरण और हाईटेक मोबाइल बढ़ते जा रहे हैं उससे कही तेजी से दुनिया को पोर्न या अश्लील सामग्री की लत पड़ती जा रही है। ऑनलाइन पोर्न के आंकडों पर हमने कुछ रिसर्च की और इसमें चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। आप भी जानिए ऑनलाइन पोर्न की दुनिया के खतरनाक सच, इस लेख की पहली कड़ी में...
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अधिकांश पुरुष फिल्म और चित्रों से भरी ग्राफिक सेक्स साइट पसंद करते हैं; जबकि महिलाएं कामुक कहानियों व रोमांटिक साइट्स पसंद करती हैं।
79% युवाओं द्वारा पहली बार पोर्न घर पर देखा गया है।
ऑनलाइन विक़्टीमाइजेशन और यूथ एंड चाइल्ड के अनुसार युवाओं के पहली बार अश्लील वीडियो या साहित्य देखे/पढ़े जाने का जोखिम घर में होता है।
कई जानी मानी पोर्न मैग्जीन दिवालिया निकलने की कगार पर हैं। इसका कारण है मुफ्त ऑनलाइन पोर्न कंटेंट। इसकी आसानी से उपलब्ध होने की वजह से उनका बिजनेस काफी प्रभावित हुआ है। उल्लेखनीय है कि 2014 में पोर्न साइट्स पर कुल मिलाकर 21.2 बिलियन विजिट्स हुए हैं। इससे निपटने के लिए पेंटहाउस तथा प्लेबॉय पत्रिका ने डिजिटल संस्करण शुरू किए हैं। उनका मानना है कि डिज़िटल पर मिलने वाला रिस्पांस प्रिंट माध्यम से कहीं ज्यादा और सस्ता है।
मोबाइल है पोर्न का नया ठिकाना : मोबाइल इंटरनेट पर हर 5 में से एक सर्च पोर्न के लिए की जाती है। जुनिपर रिसर्च, के अनुसार 2017 तक 25 करोड़ लोगों द्वारा मोबाइल या टैबलेट पर पोर्न कंटेट एक्सेस करने का अनुमान लगया जा रहा है। एडल्ट इंडस्ट्री 30 प्रतिशत के साथ अगले 4 सालों में पोर्न साइट देखने वालों में 25 प्रतिशत की चक्रवर्ती वार्षिक वृद्धि होने की उम्मीद कर रही है।
पोर्न देखे जाने का आंकड़ा है (सप्ताह में कई बार)
पुरुषों |
महिला |
18-30 साल - 63% |
18-30 साल - 21% |
31-49 साल - 38% |
31-49 साल - 5% |
50-68 साल - 25% |
50-68 साल - 0% |
अधिकांश पुरुष फिल्म और चित्रों से भरी ग्राफिक सेक्स साइटों पसंद करते हैं;
जबकि महिलाएं कामुक कहानियों व रोमांटिक साइट्स पसंद करती हैं।