- शैलेंद्र कोठारी
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान अनिश्चित एवं तीव्र सट्टात्मक घटबढ़ के बीच तकनीकी सुधार की प्रक्रिया प्रारंभ होने से निफ्टी कुल 82 प्वाइंट्स बढ़कर 4190 पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार सब प्राइम के प्रभाव से उबरते नजर आए, किंतु देश में राजनीतिक अस्थिरता के कारण बाजार में निराशा का वातावरण बन गया। व्यवसायियों का कहना है कि पिछले एक महीने से चल रहे नकारात्मक घटनाक्रमों के कारण तेजड़ियों का मनोबल कमजोर हो गया है। तकनीकी विश्लेषकों का भी मानना है कि आगामी दिनों में तकनीकी सुधार जारी रह सकता है, किंतु अंतरप्रवृत्ति तेजी की नहीं रहेगी।
बीएसई सेंसेक्स में शुक्रवार, 17 अगस्त के निम्न स्तर से सोमवार के उच्च स्तर तक 901 प्वाइंट्स की बढ़त, सोमवार के हाई से बुधवार के निम्न तक 810 प्वाइंट्स की गिरावट एवं बुधवार के लो से गुरुवार के हाई तक 684 प्वाइंट्स की वृद्धि और कुल मिलाकर पिछले शुक्रवार से इस शुक्रवार तक 284 प्वाइंट्स की बढ़त।
चकरा देने वाले इस कामकाज के बीच निवेशक घबराकर बेचान कर रहे हैं। इस बेचान के प्रभाव से फ्यूचर के अधिकांश शेयरों के साथ ही बहुसंख्य मिड एवं स्मॉल केप काउंटरों पर भी भाव लगातार घट रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 24 जुलाई के हाई से 24 अगस्त की क्लोजिंग तक निफ्टी लगभग 10 प्रतिशत घटा है, जबकि इसी अवधि में फ्यूचर की 62 कंपनियों के भाव 15 से 30 प्रतिशत तक घट गए हैं। यही स्थिति अन्य काउंटरों पर भी बन रही है लेकिन कम समय में ज्यादा गिरावट के कारण बाजार अब ओवर सोल्ड हो गया है। अतः तकनीकी सुधार प्रारंभ होना स्वाभाविक है, किंतु इसका मतलब यह नहीं है कि बाजार वापस तेजी की राह पकड़ रहा है।
तकनीकी विश्लेषकों का कहना है कि यदि स्थिति सामान्य रही तो निफ्टी 4100 से 4400 की ट्रेडिंग रेंज में बना रहेगा, किंतु जब तक निफ्टी 4530 के ऊपर जाकर बंद नहीं होता, तब तक दिशाहीनता का दौर जारी रहेगा। निष्कर्ष यह है कि ट्रेडिंग रेंज के निचले हिस्से पर खरीदी तथा ऊपरी हिस्से पर मुनाफा वसूली निकलती रहेगी।
नए इश्युओं के मार्केट में उत्साह का अभाव है, मोतीलाल ओसवाल के इश्यू में संस्थागत निवेशकों के जोरदार रिस्पाँस के बावजूद रिटेल पोर्शन सिर्फ 4.44 गुना सबस्क्राइब हुआ है।
आज से मैग्नम वेंचर्स का इश्यू खुल रहा है। पेपर उत्पादन कर रही कंपनी अपने प्लांट को अत्याधुनिक बनाने के साथ ही एक फोर स्टार होटल खोलने जा रही है। कंपनी पर कर्ज भार अत्यधिक है तथा पेपर शेयरों में बड़े निवेशकों की कोई विशेष दिलचस्पी नहीं है। इसलिए निवेशक इश्यू को नजरअंदाज कर सकते हैं।
आईटी पीपल इंडिया लि. का इश्यू भी आज खुल रहा है। कंपनी के शेयर बीएसई में लिस्टेड हैं तथा भाव पिछले एक-डेढ़ महीने से 35-40 रुपए के बीच घूम रहे हैं। एक साल पहले इस शेयर के भाव 8.50 रुपए थे। यानी भावों में लगभग 5 गुना वृद्धि हो चुकी है। कार्पोरेट गवर्नेंस के मामले में कंपनी कमजोर है, इसलिए यह सट्टात्मक श्रेणी का शेयर है।
यश बिरला समूह की कंपनी डॅगर फोर्स्ट टूल्स का फिक्स प्राइस इश्यू भी आज खुल रहा है। बीएसई में लिस्टेड इस कंपनी के भाव शुक्रवार को 46 रुपए पर बंद हुए हैं, जबकि इश्यू 45 रुपए के भाव पर जारी हो रहा है। 1 वर्ष के निम्न स्तर के आसपास ट्रेड हो रहे शेयर को 44 रुपए के करीब मजबूत समर्थन मिलता है तथा भाव ऊपर में 93-94 रुपए तक भी चले जाते हैं। लो-फ्लोटिंग स्टॉक होने एवं इस समूह के शेयरों में बड़े निवेशकों की विशेष दिलचस्पी नहीं होने के कारण यह सट्टात्मक श्रेणी का शेयर है।
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