Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

शेयर बाजार में फिर से तेजी की बुनियाद

हमें फॉलो करें शेयर बाजार में फिर से तेजी की बुनियाद

कमल शर्मा

महँगाई पर काबू पाने के प्रयास में मिली सफलता के बाद रिजर्व बैंक ने नकद आरक्षित अनुपात यानी सीआरआर में आधा फीसदी की बढ़ोतरी कर यह संकेत दे दिया कि बढ़ी महँगाई दर को जल्‍दी से रोकने का यही वक्‍त है। हालाँकि रिजर्व बैंक ने सीआरआर बढ़ाने के बाद इतना समय जरूर दे दिया कि शेयर बाजार के निवेशक अपने को एक झटके के लिए मानसिक रूप से तैयार कर सके।

लेकिन, अमेरिकी कंपनी इंटेल सहित कुछ कंपनियों के आए बेहतर नतीजों से अमेरिकी शेयर बाजारों में जो रौनक लौटी है उसमें सीआरआर फैक्‍टर डिस्‍काउंट होता दिख रहा है। हालाँकि इस समय केवल एक ही नकारात्‍मक कारक क्रूड तेल है जिसके दाम 116 डॉलर प्रति बैरल तक पहुँच गए हैं। जी-7 देशों ने भी आर्थिक मंदी को थामने के लिए सौ दिन की एक कार्य योजना बनाई है, जिसके आने वाले दिनों में अनुकूल नतीजे देखने को मिल सकते हैं।

जेपी मॉर्गन चेस बैंक के एशिया इकानॉमिक रिसर्च राजीव मलिक कहते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक द्धारा अब 29 अप्रैल को और कोई कदम उठाए जाने की उम्‍मीद नहीं है। हम रिजर्व बैंक के इस तरह के कदम के लिए तैयार थे, लेकिन नकद आरक्षित अनुपात यानी सीआरआर बढ़ाने के समय के प्रति अचरज हो रहा है, लेकिन इसके बढ़ने की पूरी उम्‍मीद थी।

मौजूदा स्थिति में सीआरआर का बढ़ाना सही कदम है, लेकिन अब यदि रेपो रेट बढ़ती है तो आश्‍चर्य होगा। सीआरआर और रेपो रेट दोनों को बढ़ाने की जरूरत नहीं है। शेयर बाजार ज्‍यादा अपसेट होने की आशंका नहीं है, बल्कि सरकार के दूसरे कदमों पर नजर रखनी चाहिए।

भारतीय रिजर्व बैंक ने 26 अप्रैल और 10 मई से दो चरणों में कुल आधा फीसदी सीआरआर बढ़ाने की घोषणा की है, जो इस समय 7.5 फीसदी है। अब यह आठ फीसदी हो जाएगी। बैंक के इस कदम से शेयर बाजार निवेशक थोड़े घबराए हुए हैं और यह आशंका जताई जा रही है कि सोमवार 21 अप्रैल को बाजार काफी नरम खुलेंगे। अनाम फाइनेंशियल के अध्‍यक्ष वल्‍लभ भंसाली मानते हैं कि बाजार इससे पूरी तरह प्रभावित नहीं होगा। मुझे नहीं लगता कि इससे बाजार को पूरा झटका लगेगा। इसके विपरीत आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्‍युचुअल के उपप्रबंध निदेशक निलेश शाह मानते हैं कि शेयर बाजार निश्चित रूप से नरम खुलेगा। तय है सेंसेक्‍स गिरेगा।

भारतीय रिजर्व बैंक ने सीआरआर में आधे फीसदी की बढ़ोतरी करने की घोषणा की है। मौद्रिक नीति में यदि रेपो रेट में बढ़ोतरी नहीं हुई तो भी सीआरआर बढ़ने से बैंक आवास और वाहन कर्ज की ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं। शेयर बाजार सेंटिमेंट पर चलता है। ब्याज दरें बढ़ने की आशंका है और इसका सीधा असर इन दो क्षेत्रों पर पड़ेगा। कुछ विश्‍लेषक मानते हैं कि कंपनियों के बेहतरीन वित्तीय नतीजों से बाजार में रौनक फिर लौटेगी। साथ ही भारी उतार-चढ़ाव का दौर भी खत्म होगा। आने वाले दिन बिजली और सूचना तकनीकी के शेयरों के होंगे। सूचना तकनीकी क्षेत्र की कंपनियों ने जिस तरह से अपना कारोबार यूरोपीय बाजार में बढ़ाया है उससे यह यकीन हो रहा है कि इन कंपनियों में मंदी नहीं आएगी।

बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्‍स 21 अप्रैल से शुरु हो रहे सप्‍ताह में 16923 अंक के ऊपर बंद होने पर 17143 अंक तक जा सकता है। हालाँकि स्‍पोर्ट स्‍तर 15933 अंक को ध्‍यान में रखना होगा। जबकि नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी 5083 अंक के ऊपर बंद होने पर 5148 अंक तक जा सकता है। इसका स्‍पोर्ट स्‍तर 4811 अंक है।

इस सप्‍ताह शेयर बाजार पर जहाँ रिलायंस इंडस्‍ट्रीज, टीसीएस, सत्‍यम कंप्‍यूटर जैसी दिग्‍गज कंपनियों के नतीजों का असर देखने को मिलेगा वहीं भारतीय रिजर्व बैंक द्धारा सीआरआर में की जाने वाली बढ़ोतरी और घटी मुद्रास्‍फीति का प्रभाव भी देखने को मिलेगा। इसका मतलब हुआ कि शेयर बाजार में तेजडि़यों और मंदड़ियों की आपसी खींचतान जोरदार रहेगी। जैसा कि हमने पिछले सप्‍ताह कहा था कि बीएसई सेंसेक्‍स यदि अगले सात कारोबारी दिवसों में 14300 अंक से नीचे नहीं जाता है तो खासी तेजी की नींव तैयार होगी और इस समय उसकी बुनियाद रखी जा रही है।

तकनीकी विश्‍लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि सेंसेक्‍स का साप्‍ताहिक रेसिस्टेंस 16683 और 16892 अंक होगा। साप्‍ताहिक स्‍पोर्ट 16208-15573, अंक पर रहेगा। सेंसेक्‍स का साप्‍ताहिक बंद 16892 अंक से ऊपर होता है तो बाजार तेजी की ओर कूच करेगा एवं यह 17642 के बाद कम से कम 18426 अंक तक जाएगा।

सेंसेक्‍स की परीक्षा 16500 के आसपास होगी, हालाँकि चार्ट इसे मजबूत और पर्याप्‍त बता रहा है। लेकिन, सेंसेक्‍स 15573 के नीचे बंद होता है तो फिर से इसकी परीक्षा 15300 अंक पर होगी, जिसके टूटने पर यह 14677 अंक और 14100 अंक तक आ सकता है।

इस सप्‍ताह निवेशक बिहार कॉस्टिक एंड केमिकल्‍स, एचईजी, टीसीएस, सत्‍यम कंप्‍यूटर, कंटेनर कार्पोरेशन, फोस्‍को इंडिया, पेपर प्रॉडक्‍ट्स, रिलायंस इंडस्‍ट्रीज, बीजीआर एनर्जी, आईडीएफसी, डीसीबी, रुचि सोया, गेटवे डिस्‍ट्रीपार्क, वरुण शिपिंग, जेएमसी प्रोजेक्‍ट्स पर ध्‍यान दे सकते हैं।• य‍लेखनिजराहैकिसप्रकाजोखिजवाबदारवेबदुनियनहीहोगी।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi