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विदेशी बाजारों पर निर्भरता

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राजेश पालवीया

, बुधवार, 6 फ़रवरी 2008 (19:17 IST)
बुधवार का दिन शेयर बाजारों के लिए काफी मुश्किल साबित हुआ। आज बाजार काफी अंकों की कमी के साथ खुला। यूएस के सर्विस सेक्टर में अनापेक्षित दबाव बाजार के लिए घातक साबित हुआ। गुरुवार को भी आशंका है कि भारतीय बाजार विदेशी बाजारों पर ही निर्भर रहेंगे और इनका रुख विदेशी बाजार के प्रदर्शन से ही तय होगा।

कारोबार की शुरूआत से ही बाजार पूरी तरह मंदी की गिरफ्त में था। विदेशी शेयर बाजारों के मंदी और यहाँ पिछले दिनों आए आईपीओ को निवेशकों का समर्थन नहीं मिलने से बाजार में निराशा का माहौल रहा। एम्मार एमजीएफ के आज बंद होने वाले इश्यू को अभिदान की तुलना में बमुश्किल एक प्रतिशत अधिक आवेदन आए हैं। वहीं दूसरी तरफ वोकहार्ट हॉस्पिटल के आईपीओ को समर्थन नहीं मिलने से इसके बंद होने की तिथि को दो दिन बढ़ाना पड़ा।

ब्रिटेन के शेयर बाजार भी स्थिरता में खुले हैं। गत दिवस अमेरिका में बिकवाली के दवाब से डाउ जोंस 252 अंक अर्थात 1.99 प्रतिशत घटकर 12383.16 अंक पर बंद हुआ। एस एंड पी 500 में 1352.31 अंक पर 2.06 प्रतिशत का नुकसान हुआ। नास्डाक 41.19 अंक अर्थात 1.73 प्रतिशत के नुकसान से 2346.66 अंक रहा था।

कैसा रहेगा गुरुवार का बाजार- गुरुवार को निफ्टी 5270 से 5250 के स्तर पर खुल सकता है। निफ्टी को गुरुवार को 5070 अंकों तक अच्छा सपोर्ट है। यदि निफ्टी 5350 अंकों से ऊपर रहा तो बाजार में मजबूती सकती है। अगर गुरुवार को निफ्टी 5450 अंकों से ऊपर गया तो फिर हम इसमें 5500/5630 तक की बढ़त देख सकते हैं।

जिस तरह से बुधवार को विदेशी बाजारों की बिकवाली का दबाव में भारतीय बाजार में देखा गया, उसी तरह आशंका है कि गुरुवार को भी भारतीय बाजार की दिशा विदेशी बाजार ही तय करेंगे।

गुरुवार के बाजार में नागार्जुन फर्टीलाइजर, गैल, आरकिड केमिकल, आरएनआरएल, टीटीएमएल, इस्पात इंडिया, आइनॉक्स, ग्लैक्सो, रिलायंस कम्यूनिकेशन, शोभा डेवलेपर्स के शेयर छाए रह सकते हैं।

*यह लेखक की निजी राय है। किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदारी वेबदुनिया की नहीं होगी।

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