मुंबई। अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिली गिरावट के खबरों के बीच धातु, तेल एवं गैस समूह में हुई जबरदस्त बिकवाली से बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 306.33 अंक की गिरावट के साथ 34,344.91 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 106.35 अंक लुढ़ककर 10,430.35 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के साथ होने वाली बातचीत के प्रति नाखुशी जताने और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के साथ होने वाली 12 जून की बैठक के प्रति संशय व्यक्त करने से एशियाई बाजारों में बिकवाली शुरू हो गई।
इसके अलावा पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम को देखते हुए उपभोक्ताओं को इससे राहत दिलाने के लिए सरकार द्वारा तेल क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों को इसका बोझ साझा करने के आदेश देने की आशंका से निवेशकों ने बिकवाली का रुख किया जिससे तेल एवं गैस क्षेत्र के समूह के सूचकांक में गिरावट देखी गई। शेयर बाजार में बुधवार को हल्की राहत भारतीय स्टेट बैंक से मिली। एसबीआई द्वारा अगले 2 साल में रिकवरी करने की घोषणा से उत्साहित होकर हुई लिवाली के दम पर बैंक ने सेंसेक्स में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया।
मामूली बढ़त के साथ 34,656.63 अंक पर खुला सेंसेक्स कारोबार के दौरान 34,668.47 अंक के उच्चतम और 34,302.89 अंक के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.88 प्रतिशत की गिरावट में 34,344.91 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 5 कंपनियां हरे निशान में जगह बनाने में सफल रहीं, शेष 25 कंपनियां गिरावट में रहीं। बीएसई के सभी समूहों में गिरावट रही।
निफ्टी की शुरुआत गिरावट के साथ 10,521.10 अंक से हुई। कारोबार के दौरान 10,533.55 अंक के उच्चतम और 10,417.80 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 1.01 प्रतिशत लुढ़ककर 10,430.35 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की एक कंपनी के शेयर में कोई बदलाव नहीं हुआ जबकि 35 में गिरावट और 14 में तेजी देखी गई।
दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा छोटी और मझौली कंपनियों पर बिकवाली कम हावी रही। बीएसई का मिडकैप 0.24 यानी 38.36 अंक की गिरावट में 15,699.75 अंक पर और स्मॉलकैप 0.47 यानी 80.11 अंक की गिरावट में 16,976.88 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 2,777 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 123 कंपनी के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे जबकि 1,544 में गिरावट और 1,110 में तेजी देखी गई। (वार्ता)