Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

दो सप्ताह बाद सेंसेक्स 27 हजारी

हमें फॉलो करें दो सप्ताह बाद सेंसेक्स 27 हजारी
, गुरुवार, 23 जून 2016 (17:43 IST)
मुंबई। ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में शामिल रहने के अनुमान से उत्साहित निवेशकों की मजबूत लिवाली की बदौलत आज सेंसेक्स 236.57 अंक की छलाँग लगाकर दो सप्ताह बाद 27 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 27,002.22 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 66.75 अंक अर्थात 0.81 फीसदी उछलकर 8,270.45 अंक पर रहा।
ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में शामिल रहने या नहीं रहने पर आज हो रहे जनमत संग्रह से पूर्व कराए गए दो सर्वेक्षण में ब्रिटेन के संघ में शामिल रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इससे यूरोपीय अर्थव्यवस्था के मंदी में फँसने की आशंका घटने से निवेश धारणा में मजबूती देखी गई। हालाँकि, जनमत के दौरान पक्ष एवं विपक्ष दोनों खेमों के बीच काँटे की टक्कर रहने का भी अनुमान है।
 
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 12.45 अंक फिसलकर 26,753.20 अंक पर खुला और कुछ देर बाद ही 26,736.52 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। अचानक हुई लिवाली के बल पर बीच सत्र बाद यह 27,060.98 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया। अंत में यह पिछले दिवस के 26,765.65 अंक की तुलना में 236.57 अंक उछलकर 08 जून के बाद 27 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 27,002.22 अंक पर बंद हुआ।
 
निफ्टी 8,201.15 अंक पर लगभग सपाट खुला। बिकवाली के दबाव में थोड़ी देर बाद 8,188.30 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। लिवाली होने से दोपहर बाद यह 8,285.60 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया। अंत में पिछले दिवस के 8,203.70 अंक के मुकाबले 66.75 अंक मजबूत होकर 8,270.45 अंक पर रहा।
 
बीएसई का मिडकैप 0.27 फीसदी ऊपर 11,436.17 अंक पर पहुँच गया जबकि स्मॉलकैप 0.04 फीसदी गिरकर 11,446.17 अंक पर रहा।
ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में शामिल रहने के अनुमान से जगुआर लैंड रोवर के संभावित नुकसान से बचने की उम्मीद में उसकी मूल कंपनी टाटा समूह के शेयरों में सर्वाधिक 3.28 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। इससे भी बाजार को समर्थन मिला। इस दौरान बीएसई में कुल 2,775 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,102 में तेजी और 1,490 में गिरावट रही जबकि 183 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
 
विदेशी बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई शुरुआती कारोबार में 1.51 प्रतिशत चढ़ गया। जापान का निक्की 1.07 और हांगकांग का हैंगसैंग 0.35 फीसदी चढ़ गया जबकि दक्षिण कोरिया के कोस्पी और चीन के शंघाई कंपोजिट में क्रमश: 0.29 और 0.46 फीसदी की गिरावट रही।
 
इस दौरान पावर, यूटिलिटीज, दूरसंचार और तेल एवं गैस समूह की 0.65 फीसदी तक की गिरावट को छोड़कर बीएसई के शेष 16 समूहों में तेजी रही। बैंकिंग समूह में सर्वाधिक 1.61 फीसदी की तेजी रही। हेल्थकेयर, वित्त, इंडस्ट्रियल्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑटो समूह में भी 1.09 फीसदी तक की बढ़त रही।
 
सेंसेक्स की 24 कंपनियों में लिवाली का जोर रहा जबकि शेष छह में बिकवाली हुई। टाटा मोटर्स के अलावा रेड्डीज लैब 2.18, एसबीआई 2.16, एक्सिस बैंक 2.04, एचडीएफसी बैंक 1.65, आईटीसी 1.61, सन फार्मा 1.59 और ल्युपिन 1.41 फीसदी की तेजी पर रहीं। वहीं, विप्रो, गेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोल इंडिया, मारुति, अदानी पोर्ट्स, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, एलएंडटी, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज ऑटो, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर भी 0.12 से 1.17 फीसदी तक चढ़े।
 
नुकसान उठाने वाली कंपनियों में एनटीपीसी 2.10, सिप्ला 1.53, टीसीएस 0.80, ओएनजीसी 0.21, हीरो मोटोकॉर्प 0.19 और एशियन पेंट्स 0.11 फीसदी शामिल रहीं। (वार्ता) 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

महंगा पड़ा खुले में शौच जाना...