मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स करीब 844 अंक टूटकर बंद हुआ। कमजोर वैश्विक रुख और विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी से बाजार नीचे आया। 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से इंडसइंड बैंक, नेस्ले इंडिया, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, डॉ. रेड्डीज, टाइटन और रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ ऐक्सिस बैंक और एशियन पेंट्स लाभ में रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार सोमवार को नुकसान में रहा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जारी संकट के कारण उत्पन्न उठापटक को देखते हुए निवेशक जोखिम लेने से बच रहे हैं। साथ ही वे आर्थिक नरमी को लेकर भी चिंतित हैं। निवेशक मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने से पहले भी सतर्क हैं। इससे आईटी कंपनियों के बेहतर परिणाम आने शुरू होने का बाजार पर सकारात्मक असर दिखाई नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि हालांकि दुनिया के अन्य प्रमुख बाजारों की तुलना में घरेलू बाजार में बिक्री आक्रामक नहीं है। एफआईआई जो बिकवाली कर रहे हैं, उसकी भरपाई काफी हद तक घरेलू संस्थागत निवेशक कर रहे हैं। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.59 प्रतिशत घटकर 93.70 डॉलर प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को शुद्ध रूप से 2,139.02 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।
Edited by: Ravindra Gupta(भाषा)