Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

एचडीएफसी और विदेशी कोषों की लिवाली के चलते शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स व निफ्टी में रही तेजी

हमें फॉलो करें एचडीएफसी और विदेशी कोषों की लिवाली के चलते शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स व निफ्टी में रही तेजी
, बुधवार, 18 जनवरी 2023 (11:32 IST)
मुंबई। एचडीएफसी के दोनों शेयरों में तेजी और विदेशी कोषों की लिवाली के चलते बुधवार को शुरुआती कारोबार में प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी रही। इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 107.28 अंक चढ़कर 60,763 पर पहुंच गया। दूसरी ओर व्यापक एनएसई निफ्टी 37.25 अंक बढ़कर 18,090.55 पर था।
 
सेंसेक्स में टाटा स्टील, विप्रो, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, कोटक महिंद्रा बैंक, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, टाइटन, आईटीसी और बजाज फाइनेंस बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर टाटा मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक में गिरावट हुई। अन्य एशियाई बाजारों में टोकियो हरे निशान में था जबकि सोल, शंघाई और हांगकांग कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे।
 
मंगलवार को सेंसेक्स 562.75 अंक या 0.94 प्रतिशत की तेजी के साथ 60,655.72 पर बंद हुआ था जबकि निफ्टी 158.45 अंक या 0.89 प्रतिशत चढ़कर 18,053.30 पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.73 प्रतिशत उछलकर 86.55 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया। शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 211.06 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।
 
webdunia
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे गिरा: रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे गिरकर 81.82 के स्तर पर आ गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर रुख के साथ 81.80 पर खुला और फिर अपने पिछले बंद के मुकाबले 13 पैसे की गिरावट दर्ज करते हुए 81.82 पर आ गया। रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 81.69 पर बंद हुआ था।
 
इस बीच 6 प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.49 फीसदी बढ़कर 102.88 पर पहुंच गया। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.65 प्रतिशत बढ़कर 86.48 डॉलर प्रति बैरल पर था। कारोबारियों ने कहा कि बैंक ऑफ जापान के नीतिगत बयान से पहले बाजार प्रतिभागी सतर्क हैं। बैंक ऑफ जापान अब तक का सबसे अधिक उदार केंद्रीय बैंक रहा है और इसने अपनी नीति को अत्यधिक उदार बनाए रखने के लिए सभी तरह के अपरंपरागत साधनों का इस्तेमाल किया है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

भाजपा ने उठाया यमुना के प्रदूषण पर सवाल, दिल्ली विधानसभा में हंगामा (live updates)