मुंबई। उतार-चढ़ावभरे कारोबार में शुरुआती बढ़त गंवाने के बाद स्थानीय शेयर बाजार सोमवार को लगभग स्थिर रुख के साथ बंद हुआ। धातु कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली से अंत में सेंसेक्स 38 अंक के नुकसान के साथ बंद हुआ।
30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 37.78 अंक यानी 0.07 प्रतिशत फिसलकर 54,288.61 अंक पर आ गया। दिन में कारोबार के दौरान यह एक समय 54,931.30 अंक के उच्च स्तर तक गया और 54,191.55 अंक के निचले स्तर तक आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 51.45 अंक यानी 0.32 प्रतिशत गिरकर 16,214.70 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील के शेयर में सबसे अधिक 12.53 प्रतिशत की गिरावट आई। अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी, पॉवर ग्रिड, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी नुकसान में रहे, वहीं दूसरी तरफ एमएंडएम, मारुति, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, लार्सन एंड टुब्रो, एशियन पेंट्स और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर चढ़ गए।
एचडीएएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि निफ्टी एक बार फिर शुरुआती बढ़त गंवाने के बाद गिरावट में बंद हुआ। लौह अयस्क और कुछ इस्पात उत्पादों पर सप्ताहांत में निर्यात शुल्क लगाने के बाद धातु से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली हुई।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की बढ़त में रहे जबकि हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट आई। यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में लाभ में कारोबार कर रहे थे जबकि अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए थे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.15 प्रतिशत बढ़कर 113.8 डॉलर प्रति बैरल पर पंहुच गया। शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने शुक्रवार को 1,265.41 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।