मुंबई। रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर वर्ष 2017 को अलविदा कहने वाले शेयर बाजार के लिए नए साल की शुरुआत गिरावट के साथ हुई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 0.72 प्रतिशत यानी 244.08 अंक लुढ़ककर करीब डेढ़ सप्ताह के निचले स्तर 33,812.75 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.90 प्रतिशत यानी 95.15 अंक टूटकर 10,435.55 अंक पर आ गया जो इसका दो सप्ताह का निचला स्तर है।
ऑटो और बैंकिंग समूहों ने शेयर बाजार पर सबसे ज्यादा दबाव बनाया। इसके बावजूद लगभग पूरे दिन भर शेयर बाजार गत कारोबारी दिवस के आसपास कभी लाल तो कभी हरे निशान में बना रहा। लेकिन आखिरी कारोबारी घंटे में दिग्गज और बड़ी कंपनियों में हुई मुनाफावसूली से यह गिरावट में बंद हुआ।
सेंसेक्स 3.16 अंक की बढ़त में 34,059.99 अंक पर खुला। आरंभिक कारोबार में ही यह 34,101.13 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया। इसके बाद इसमें मामूली उतार-चढ़ाव से गुजरता रहा। लेकिन, अंतिम घंटे के कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने अचानक गोता लगाया और 33,766.15 अंक के दिवस के निचले स्तर तक उतर गया। अंतत: थोड़ी भारपाई करते हुए यह गत दिवस के मुकाबले 244.08 अंक नीचे 33,812.75 अंक पर बंद हुआ जो 21 दिसंबर के बाद का इसका निचला स्तर है।
सेंसेक्स की कंपनियों में टीसीएस, इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलिवर और एचडीएफसी में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गयी। विप्रो और कोल इंडिया ने सूचकांक को सँभालने की कोशिश की।
निफ्टी एक अंक की बढ़त में 10,531.70 अंक पर खुला। इसमें सेंसेक्स से ज्यादा गिरावट रही। कारोबार के दौरान इसका उच्चतम स्तर 10,537.85 अंक और निचला स्तर 10,423.10 अंक रहा। कारोबार की समाप्ति पर यह गत दिवस की तुलना में 95.15 अंक लुढ़ककर 10,435.55 अंक पर बंद हुआ। यह 18 दिसंबर के बाद का इसका निचला स्तर है। निफ्टी की 50 में से 40 कंपनियों के शेयर लाल निशान में और शेष 10 के हरे निशान में बंद हुए।
दिग्गज और बड़ी कंपनियों के विपरीत मझौली और छोटी कंपनियों में निवेशकों का विश्वास बना रहा। बीएसई का मिडकैप 0.08 प्रतिशत की बढ़त में 17,835.83 अंक पर और स्मॉलकैप 0.26 प्रतिशत बढ़कर 19,279.96 अंक पर पहुंच गया। बीएसई में कुल 3050 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1633 के शेयर तेजी के साथ और 1233 के गिरावट में बंद हुए जबकि 184 के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे। (वार्ता)