शेयर बाजार पर 'एटमी' प्रहार
सेंसेक्स 438 और एनएसई 134 अंक टूटा
अमेरिका के साथ परमाणु मुद्दे को लेकर मचे राजनीतिक बवाल ने तीन दिन की गिरावट के बाद सोमवार को संभले शेयर बाजारों पर मंगलवार को अपना गहरा असर दिखाया।
बम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स चौतरफा बिकवाली के दबाव में 438 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 134 अंक टूट गया।
हालाँकि शेयर बाजार गत दिवस की बढ़त को बरकरार रखते हुए मजबूत खुले थे, किंतु अमेरिका के साथ परमाणु संधि पर केन्द्र की संप्रग सरकार को समर्थन दे रहे वामपंथी दलों के सरकार के सुझावों से सहमत नहीं होने और भारतीय राजदूत के बयान का विरोध करने के कारण असमंजस की स्थिति बनी रही। भाजपा ने भी सेन को वापस बुलाने की माँग की है।
सेंसेक्स कल के 14427.55 अंक की तुलना में 14512.19 अंक पर खुला और थोड़ा बढ़कर ऊँचे में 14534.51 अंक तक आने के बाद 14000 हजार अंक से नीचे उतरकर 13941.93 अंक तक गिरा। बाद में मामूली सुधार के बाद कुल 438.44 अंक अर्थात 2.04 प्रतिशत की गिरावट से 13989.11 अंक पर बंद हुआ।
एनएसई का निफ्टी 134.15 अंक के नुकसान 4074.90 अंक रह गया। बीएसई में बिकवाली का दबाव इतना अधिक था कि इसके एक भी वर्ग का सूचकांक बढ़त हासिल नहीं कर पाया। मिडकैप में 208.55 अंक और स्मालकैप में 293.91 अंक निकले। बैंकेक्स 338.15 अंक, मैटल 351.90 अंक और पीएसयू 221.17 अंक टूटे।
चौतरफा बिकवाली के दबाव से सेंसेक्स में शामिल सभी तीस कंपनियों के शेयर टूटे। बिकवाली इतनी अधिक थी कि नुकसान वाले पहले दस शेयरों में चार प्रतिशत और इससे अधिक की गिरावट रही।
सत्र में बीएसई में कुल 2767 कंपनियों के शेयरों में कामकाज हुआ और मात्र 494 में सुधार दिखा, जबकि 2235 में नुकसान हुआ। मात्र 38 कंपनियों के शेयर टिके रहे।