इस महीने की 7 तारीख को अक्षय तृतीया है। आम भारतीय में यह धारणा है कि अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना शुभ होता है। शुभ होगा भी क्यों नहीं क्योंकि सोने में किए गए निवेश पर इस साल जनवरी से मार्च के दौरान ही 13.37 फीसदी का रिटर्न मिला है जो दूसरे निवेश साधनों की तुलना में बेहतर है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की खबरों के बाद तो सोना ही निवेशकों फिर पहली पसंद है। शेयर बाजार, म्युचुअल फंड और रियलटी जैसे निवेश के साधनों में आई सुस्ती के बाद सोने ने दुनिया भर के निवेशकों के दिलों में फिर से कब्जा कर लिया। शायद इसीलिए कहा जाता है सोना तो सोना ही है।
वित्त सलाहकार मानते हैं कि पिछले एक साल में सोने ने दूसरे निवेश साधनों की तुलना में बेहतर प्रतिफल दिया है। पिछले एक साल में सोना ईटीएफ ने 27.9 फीसदी का रिटर्न दिया है। यदि हम पिछली तिमाही के नतीजों को देखें तो सोने ने 13 फीसदी का रिटर्न दिया जबकि इक्विटी डाइवर्सिटी फंडों का रिटर्न -28.3 फीसदी रहा।
अमेरिकी डॉलर में मंदी, क्रूड तेल के बढ़ते दाम और शेयर बाजारों का ढीला पड़ना सोने के लिए फायदेमंद हैं। जब तक सब कुछ स्थिर नहीं हो जाता सोना तो सोना ही रहेगा। निवेश के लिए जरुरी नही कि आप सीधे सोना ही खरीदे, बल्कि अब ईटीएफ के माध्यम से आप सोने में आसानी से निवेश कर सकते हैं। इसमें आपको यह चिंता भी नहीं रहेगी कोई इसे चुरा न लें। आज सोना ईटीएफ के माध्यम से लेना चाहिए।
स्टॉक एक्सचेंजों में ईटीएफ में शेयरों के समान ही कारोबार होता है लेकिन निवेश का यह परंपरागत फार्मूला भी ध्यान में रखना चाहिए कि सारा पैसा एक ही जगह निवेश न करे क्योंकि इससे जोखिम सबसे ज्यादा रहती है। यानी निवेश के हर साधन में निवेश करें और अवधि भी ध्यान में रखें। मसलन शार्ट टर्म, मीडियम टर्म और लाँग टर्म। निवेश के हर साधन में अपने तय लक्ष्य के हिसाब से निवेश करें और उचित स्तर पर मुनाफा वसूली जरुर करें।
शेयर राय : श्री अष्टविनायक सिने विजन - श्री अष्टविनायक सिने विजन लिमिटेड फिल्म निर्माण और वितरण कारोबार से जुड़ी प्रमुख कंपनी है। इस कंपनी ने सात फिल्में बनाई हैं जिनमें से आखिरी पाँच फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाया है। यह ऐसा अनोखा संयोग है कि यह कंपनी लगातार सफल फिल्में दे रही हैं। फिल्म वितरण कारोबार की बात करें तो यह मुंबई क्षेत्र में अगुवा है और इसका फिल्म चयन अच्छा है जिनकी सफलता का अनुपात बेहतर है।
अगले दो साल में इसका इरादा 13 फिल्मों का निर्माण करने का है जिसके लिए इसने बड़े कलाकारों के साथ मशहूर निर्देशकों के साथ करार किए हैं। कंपनी ने अब दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब क्षेत्र में अपने वितरण विस्तार के साथ विदेशी वितरण के अधिकार लेने की योजना बनाई है।
कंपनी ने फिल्म निर्माण और वितरण कारोबार के विस्तार के लिए जरुरी धन हाल में एफसीसीबी के माध्यम से जुटाया है। यह राशि 342.5 लाख डॉलर है। वित्त वर्ष 2008-10 तक कंपनी की आय और शुद्ध लाभ में सालाना औसत वृद्धि दर 113.4 फीसदी और 83 फीसदी रहेगी। वित्त वर्ष 2010 की प्रति शेयर आय यानी ईपीएस के आधार पर श्री अष्टविनायक सिने विजन लिमिटेड के शेयर का लक्ष्य 557 रुपए रखा है। यह इस समय 410 रुपए में मिल रहा है।
वर्ष 2007-08 में श्री अष्टविनायक सिने विजन लिमिटेड की शुद्ध बिक्री 91.5 करोड़ रुपए रहेगी जो वित्त वर्ष 2006-07 की 96 करोड़ रुपए से कम रहेगी। शुद्ध लाभ का अनुमान 14.1 करोड़ रूपए की तुलना में 15.5 करोड़ रुपए लगाया गया है। कंपनी की शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2008-09 में 251.5 करोड़ रुपए, वित्त वर्ष 2009-10 में 417.2 करोड़ रुपए पहुँचने की धारणा है। जबकि, शुद्ध लाभ का अनुमान 27.4 करोड़ रुपए और 52 करोड़ रुपए है। चालू वित्त वर्ष में प्रति शेयर आय यानी ईपीएस 27.3 रुपए और अगले वित्त वर्ष में 39.8 रुपए प्रति शेयर पहुँचने की संभावना है।
श्री अष्टविनायक सिने विजन में प्रमोटरों की शेयर हिस्सेदारी 48.55 फीसदी है, जबकि कार्पोरेट होल्डिंग 36.39 फीसदी है। संस्थागत निवेशकों के पास 0.54 फीसदी शेयर हैं तो आम जनता के पास 14.52 फीसदी शेयर हैं। दस रुपए की कीमत वाला इस कंपनी का शेयर पिछले 52 सप्ताह में ऊपर में 480 रुपए और नीचे में 148 रुपए तक गया था।
स्पष्टीकरण : श्री अष्टविनायक सिने विजन में खरीद सलाह जारी करते समय मेरा अपना निवेश नहीं है।