ज्योतिर्लिंग उत्पत्ति के संबंध में अनेकों मान्यताएं प्रचलित है। विक्रम संवत के कुछ सहस्राब्दी पूर्व उल्कापात का अधिक प्रकोप हुआ। आदि मानव को यह रुद्र का आविर्भाव दिखा। शिव पुराण के अनुसार उस समय आकाश से ज्योति पिंड पृथ्वी पर गिरे और उनसे थोड़ी देर के लिए प्रकाश फैल गया। यही उल्का पिंड बारह ज्योतिर्लिंग कहलाए। पाठकों के लिए प्रस्तुत है बारह ज्योतिर्लिंग की पौराणिक कथाओं का वीडियो :-
ये हैं 12 ज्योतिर्लिंग -
(1) सोमनाथ,
(2) मल्लिकार्जुन,
(3) महाकालेश्वर,
(4) ओंकारेश्वर,
(5) बैद्यनाथ,
(6) भीमशंकर,
(7) रामेश्वर,
(8) नागेश्वर,
(9) विश्वनाथजी,
(10) त्र्यम्बकेश्वर,
(11) केदारनाथ,
(12) घृष्णेश्वर।